कई खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट की प्लेइंग इलेवन का चयन करते हुए भारत के पास अधिक विकल्प नहीं होंगे. लेकिन दूसरे तेज गेंदबाज के स्थान के लिए अनुभवी ईशांत शर्मा को युवा मोहम्मद सिराज से कड़ी टक्कर मिलेगी.
आम तौर पर स्पिनरों के मददगार रहने वाले चेपॉक के पारंपरिक विकेट को देखते हुए भारत 5 से 9 फरवरी तक होने वाले पहले टेस्ट में दो तेज गेंदबाजों और तीन स्पिनरों के साथ उतर सकता है.
बीसीसीआई के एक सूत्र ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘यह पारंपरिक पिच की तरह है. इसमें इंग्लैंड जैसी विकेटों की झलक नहीं होगी. इस उमस भरे मौसम में आपको विकेट पर घास की जरूरत होती है, जिससे कि यह आसानी से नहीं टूटे. इस विकेट से स्पिनरों को मदद मिलेगी जैसा कि हमेशा होता है.’
सभी की नजरें मुख्य कोच रवि शास्त्री, गेंदबाजी कोच भरत अरुण और कप्तान विराट कोहली की तिकड़ी पर टिकी होंगी कि वह तेज गेंदबाजी आक्रमण के अगुआई जसप्रीत बुमराह के जोड़ीदार के रूप में किसे चुनते हैं.
ईशांत ने पिछले लगभग एक साल से लाल गेंद का क्रिकेट नहीं खेला है, जबकि सिराज ऑस्ट्रेलिया दौरे पर शानदार फॉर्म में थे जहां उन्होंने ब्रिस्बेन में एक पारी में 5 विकेट सहित 3 टेस्ट में कुल 13 विकेट चटकाए. ईशांत ने हाल में प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी की है जहां उन्होंने चार सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी मैचों में कुल 14.1 ओवर गेंदबाजी की.
उम्मीद है कि गेंदबाजी कोच ईशांत और सिराज को लेकर फैसला करेंगे. दूसरा फैसला थोड़ा और मुश्किल हो सकता है जहां फॉर्म में चल रहे वॉशिंगटन सुंदर और बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल में से एक को सीनियर ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव का साथ देने के लिए चुना जा सकता है.
वॉशिंगटन ने ब्रिस्बेन में पदार्पण करते हुए अर्धशतक जड़ा और 4 विकेट चटकाए, लेकिन उनकी मौजूदगी से टीम में दो एक जैसे स्पिनर होंगे. लेकिन उनके अनुभव में काफी अंतर होगा. अक्षर भी बल्लेबाजी में अपना दम दिखा सकते हैं, जबकि वह रवींद्र जडेजा के समान विकल्प भी होंगे.
इस बीच ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या पृथकवास के बाद बुधवार को टीम के साथ ट्रेनिंग के लिए जुड़ गए. लंबे समय बाद टेस्ट टीम का हिस्सा बने पंड्या निजी काम के कारण एक दिन देर से टीम से जुड़े थे. पंड्या को भले ही पहले मैच में खेलने का मौका नहीं मिले, लेकिन विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल और इंग्लैंड में 5 मैचों की टेस्ट सीरीज को देखते हुए उनके गेंदबाजी का बोझ बढ़ने की उम्मीद है.
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