सुनील गावस्कर की बड़ी भविष्यवाणी- इंग्लैंड को 4-0 से मात देगी टीम इंडिया

वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल के लिए भारतीय टीम इंग्लैंड पहुंच चुकी है. 18 जून से इस खिताबी मुकाबले के बाद टीम इंडिया 4 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी.

Advertisement
Sunil Gavaskar (Getty) Sunil Gavaskar (Getty)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 04 जून 2021,
  • अपडेटेड 11:14 AM IST
  • इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी टीम इंडिया
  • इससे पहले वह वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी

वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) के फाइनल के लिए भारतीय टीम इंग्लैंड पहुंच चुकी है. 18 जून से साउथैम्पटन में इस खिताबी मुकाबले के बाद टीम इंडिया 4 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी. पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है. गावस्कर के मुताबिक भारतीय टीम सीरीज 4-0 से बाजी मारेगी.

Advertisement

गावस्कर ने द टेलीग्राफ से कहा, 'इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज और विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल के बीच छह सप्ताह से अधिक का गैप है. इसलिए फाइनल मुकाबले के परिणाम का भारत-इंग्लैंड सीरीज पर बहुत कम या यूं कहें कि कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. अंतर भारत के पक्ष में काम करेगा क्योंकि वे अभ्यास मैच खेल सकते हैं. अगस्त-सितंबर में खेली जा रही सीरीज को भारत 4-0 से सीरीज जीतेगा. 

गावस्कर ने आगे कहा, 'इंग्लैंड में एक बल्लेबाज के लिए गेंद को जितना हो सके देर से और शरीर के करीब खेलना चाहिए. क्योंकि हवा में और सतह से गेंद काफी मूव करती है. ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर बल्लेबाज गेंद की पिच तक पहुंचे बिना लाइन के साथ-साथ भी खेल सकता है, क्योंकि वहां गेंद ज्यादा हरकत नहीं करती है. लेकिन इंग्लैंड में हवा में मूवमेंट होती है, जिस कारण गेंद के पिच करने के बाद भी लाइन में जाकर खेलना कभी-कभी जोखिम भरा हो सकता है. 

Advertisement

गावस्कर ने अपने पहले इंग्लैंड दौरे को याद करते हुए कहा, 'वेस्टइंडीज में डेब्यू सीरीज के तुरंत बाद मैं इंग्लैंड दौरे पर गया था. वेस्टइंडीज की तुलना में इंग्लैंड में गेंद बल्ले पर बिल्कुल नहीं आई थी. इसलिए मुझे शॉट खेलने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा. वहां गेंद बहुत स्विंग करती थी और मैं उसका सामना नहीं कर पा रहा था. इसलिए ओल्ड ट्रैफर्ड में मैंने जो 57 रन बनाए वो मेरे लिए शानदार थे. क्योंकि यह हल्की बूंदा बांदी के बीच हरी पिच पर ठंडी परिस्थितियों में आए थे. सीरीज के दौरान मेरे अंदर काफी खामियां थीं. इसी कारण मुझे इंग्लैंड में काफी संघर्ष करना पड़ा.'
 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement