स्टार भारतीय रेसलर विनेश फोगाट की राजनीति में एंट्री हो गई है. विनेश 6 सितंबर (शुक्रवार) को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गईं. विनेश के साथ-साथ रेसलर बजरंग पूनिया ने भी कांग्रेस का दामन थामा. विनेश-बजरंग ने हाल ही में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से भी मुलाकात की थी. विनेश और बजरंग के हरियाणा विधानसभा में चुनाव लड़ने की संभावना है. कयासों के मुताबिक विनेश को दादरी से टिकट दिया जा सकता है. वहीं, बजरंग को किसी जाट बहुल सीट से उतारा जा सकता है.
विनेश फोगाट की राजनीति में एंट्री सरप्राइज करने वाली है. ठीक एक महीने पहले यानी 6 अगस्त को वो पेरिस ओलंपिक 2024 में अपना दमखम दिखा रही थीं, लेकिन अब एक माह बाद यानी 6 सितंबर को उनका पॉलिटिकल डेब्यू होने जा रहा है. पिछले एक महीने में विनेश की जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव आए हैं. पहले तो विनेश पेरिस ओलंपिक के फाइनल तक पहुंचीं. फाइनल में विनेश से गोल्ड की उम्मीद थी, मगर उससे पहले ही अनहोनी हो गई थी.
विनेश को 100 ग्राम ज्यादा वजन के चलते फाइनल मुकाबले के दिन डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था. डिस्क्वालिफाई होने के बाद विनेश ने कुश्ती से संन्यास ले लिया था. हालांकि विनेश ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए फिर से मैट पर वापसी के संकेत दिए थे. उधर, विनेश फोगाट ने इस फैसले के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) में अपील भी की थी और मांग की कि उन्हें संयुक्त रजत पदक दिया जाए.
हालांकि CAS ने स्टार रेसलर विनेश फोगाट की अपील खारिज कर दी थी. फिर विनेश स्वदेश लौट आईं थी. स्वदेश लौटने के बाद उनका जोरदार स्वागत हुआ. विनेश ने 6 अगस्त को पेरिस ओलंपिक में पहला मैच खेला था. फिर उसके बाद अब 6 सितंबर को उन्होंने राजनीति में एंट्री ली है. देखा जाए तो ये एक महीने विनेश के लिए कभी खुशी-कभी गम की तरह बीते हैं. आइए जानते हैं इन एक दिनों में क्या-क्या हुआ...
6 अगस्त 2024
विनेश फोगाट ने 50 किलोग्राम वेट कैटेगरी में अगस्त को तीन मैच खेले थे. उन्होंने प्री-क्वार्टर फाइनल में टोक्यो ओलंपिक (2020) की चैम्पियन यूई सुसाकी को 3-2 से हराया था. फिर विनेश ने क्वार्टर फाइनल में यूक्रेन की महिला पहलवान ओक्साना लिवाच को 7-5 से और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर युसनेइलिस गुजमैन को 5-0 से पटखनी दी थी.
7 अगस्त 2024
इसके बाद भारतीय फैन्स को उम्मीद थी कि विनेश फोगाट फाइनल मैच जीतकर इतिहास रचेंगी क्योंकि रेसलिंग में भारत अब तक कोई ओलंपिक गोल्ड नहीं जीत सका. मगर 7 अगस्त को करीब 12 बजे जो खबर आई, जिसने फैन्स को हैरान कर दिया. विनेश को पेरिस ओलंपिक से डिस्क्वालिफाई कर दिया गया. दरअसल फाइनल मुकाबले से पहले उनका वजन मापा गया तो 50 किलोग्राम कैटेगरी में खेलने के हिसाब से उनका वजन 100 ग्राम ज्यादा पाया गया.
रिपोर्ट्स के मुताबिक सेमीफाइनल के मैच के बाद विनेश का वजन 52.70 किलोग्राम तक बढ़ गया था. इसके बाद उनकी मेडिकल टीम ने रातभर विनेश का वजन घटाने की कोशिश की थी. विनेश ने रातभर स्किपिंग और साइकिलिंग की और नाखून तक कटा लिए. विनेश का वजन कम तो हुआ, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उनका वजन 50.10 किलोग्राम पर अटककर रह गया. विनेश के पहले डिस्क्वालिफाई (अयोग्य) की खबर आईं. फिर उनके बेहोश होने की खबर सामने आई.
विनेश डिहाइड्रेशन के कारण ओलंपिक गांव के पॉलीक्लिनिक में भर्ती की गई थीं. हालांकि कुछ घंटों बाद विनेश को छुट्टी मिल गई. इसके बाद विनेश फोगाट की ओर से 7 अगस्त 2024 को भारतीय समयानुसार 8 बजकर 15 मिनट पर एप्लीकेशन दी गई थी. विनेश फोगाट ने CAS में अपील करते हुए कहा कि उन्हें इस इवेंट में सिल्वर मेडल दिया जाना चाहिए. ओलंपिक खेलों या उद्घाटन समारोह से पहले 10 दिनों की अवधि के दौरान उत्पन्न होने वाले किसी भी विवाद के समाधान के लिए CAS स्थापित किया गया था.
8 अगस्त 2024
8 अगस्त को विनेश फोगाट ने संन्यास लेने का ऐलान कर दिया. उन्होंने यह जानकारी सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए दी. विनेश फोगाट ने तब कहा कि मां कुश्ती मेरे से जीत गई. मैं हार गई माफ करना आपका सपना मेरी हिम्मत सब टूट चुके. इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब. अलविदा कुश्ती 2001-2024. उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी.
9 अगस्त 2024
9 अगस्त को CAS की एडहॉक डिवीजन ने विनेश फोगाट के मामले में एप्लीकेशन को रजिस्टर कर लिया. विनेश के मामले की मध्यस्थता के लिए ऑस्ट्रेलियाई जज को नियुक्त किया गया. इस मामले में CAS की ओर से एक प्रेस रिलीज जारी की गई थी और इससे जुड़ा बड़ा अपडेट दिया गया था. विनेश के केस को CAS OG 24/17 विनेश फोगट vs यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के तौर पर दर्ज किया गया.
विनेश के मामले में CAS के 4 वकील ने उनका पक्ष रखा, इनमें जोएल मोनलुइस, एस्टेले इवानोवा, हैबिन एस्टेले किम और चार्ल्स एमसन CAS सुनवाई में विनेश फोगाट का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील रहे. बाद में भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे को भी विनेश फोगट की अयोग्यता मामले में CAS में भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की ओर से ऑनलाइन पेश हुए.
फिर CAS ने पूरे मामले की सुनवाई 9 अगस्त को पूरी कर ली. हालांकि CAS की एडहॉक डिवीजन ने निर्णय देने के लिए समय सीमा 10 अगस्त को भारतीय समयानुसार रात 9.30 बजे तक के लिए बढ़ा दी. यानी विनेश को मेडल मिलेगा या नहीं, इस पर फैसला आने का इंतजार थोड़ा बढ़ गया.
10 अगस्त 2024
10 अगस्त को विनेश को मेडल मिलने के मामले में एक और अपडेट आया. जहां भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को सिल्वर मिलेगा या नहीं इस फैसले की तारीख फिर बढ़ा दी गई. इस मामले की मध्यस्थता ऑस्ट्रेलियाई जज डॉ. एनाबेले बेनेट ने की थी. आमतौर पर एड-हॉक पैनल को फैसला सुनाने के लिए 24 घंटे का समय दिया जाता है. लेकिन इस मामले में फैसला सुनाने के लिए और समय लिया गया.
14 अगस्त 2024
आखिरकार 14 अगस्त को CAS ने स्टार रेसलर विनेश फोगाट की अपील खारिज कर दी. इसका मतलब ये था कि विनेश को सिल्वर मेडल नहीं मिला. विनेश के पास कोर्ट के इस फैसले को चुनौती देने का ऑप्शन था. CAS की वेबसाइट के अनुसार सीएएस के किसी भी फैसले को चुनौती दी जा सकती है, लेकिन 'बहुत ही सीमित आधारों' पर. सीएएस वेबसाइट पर कहा गया है, 'स्विस संघीय न्यायाधिकरण में न्यायिक सहायता बहुत सीमित आधारों पर ही दी जाती है, जैसे अधिकार क्षेत्र का अभाव, नियमों का उल्लंघन (जैसे निष्पक्ष सुनवाई के अधिकार का उल्लंघन).'
16 अगस्त 2024
फिर 16 अगस्त को विनेश फोगाट ने एक इमोशनल पोस्ट जारी किया. उन्होंने अपने पोस्ट के जरिए अपना दुख और संघर्ष बयां किया. फोगाट ने अपनी जर्नी, अपने अनिश्चित भविष्य और 2032 के लिए संभावित लक्ष्य का जिक्र करते हुए पोस्ट में कई बातों का जिक्र किया था. विनेश ने उन सभी लोगों को धन्यवाद दिया और उनका आभार व्यक्त किया जिन्होंने पेरिस ओलंपिक 2024 की उनकी यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. विनेश ने अपनी पोस्ट में अपने शुरुआती सपनों, अपने पिता की उम्मीदों और अपनी मां के संघर्षों को याद किया. उन्होंने अपने पति सोमवीर को हर उतार-चढ़ाव में उनका साथ देने का श्रेय दिया.
महिला पहलवान ने पोस्ट के अंतिम हिस्से में लिखा, 'शायद अलग परिस्थितियों में मैं खुद को 2032 तक खेलते हुए देख पाऊंगी, क्योंकि मेरे अंदर लड़ाई और कुश्ती हमेशा रहेगी. मैं भविष्यवाणी नहीं कर सकती कि भविष्य में मेरे लिए क्या है और इस यात्रा में आगे क्या होगा, लेकिन मुझे यकीन है कि मैं हमेशा उस चीज के लिए लड़ती रहूंगी, जिस पर मेरा विश्वास है और जो सही है, उसके लिए लड़ती रहूंगी.'
17 अगस्त 2024
इसके बाद विनेश 17 अगस्त को पेरिस से स्वदेश वापस आई थीं. विनेश दिल्ली से अपने पैतृक गांव बलाली गई थीं. बलाली जाने के क्रम में उनका जोरदार स्वागत हुआ था. ग्रैंड वेलकम देखकर विनेश फोगाट इमोशनल हो गई थीं. विनेश ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'जितने भी लोग स्वागत कर रहे हैं. उन्होंने हमें गोल्ड मेडल नहीं दिया तो क्या हो गया. हमारे अपनों ने हमें गोल्ड से भी ऊपर नवाजा है. ये मान सम्मान हजारों गोल्ड मेडल के आगे फीके हैं.'
30 अगस्त 2024
विनेश फोगाट 30 अगस्त को अमृतसर पहुंची और उन्होंने हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) में जाकर माथा टेका. इस दौरान फोगाट संग गुरुद्वारा प्रबंधन समिति से जुड़े लोग भी नजर आए थे, जिन्होंने उनको तलवार और स्वर्ण मंदिर की प्रतिकृति सौंपी. फोगाट ने इस दौरान कहा था- यहां आकर मुझे बहुत अच्छा लग रहा है, मैं पॉजिटिव एनर्जी महसूस कर रही हूं...मैंने वाहेगुरु से प्रार्थना की है कि मुझे शक्ति दें. फोगाट ने आगे कहा- भविष्य के बारे में कौन जानता है... मैं आज अपने लोगों के बीच हूं, यही मेरा पदक है... मैं खुश हूं.
4 सितंबर 2024
फिर 4 सितंबर को विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के बाद ही ये संकेत मिले कि विनेश अब राजनीतिक पारी खेलेंगी.
aajtak.in