भारत के स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने ऑस्ट्रेलियन ओपन सुपर 500 का खिताब अपने नाम कर लिया है. वर्ल्ड नंबर 14 लक्ष्य सेन ने रविवार को सिडनी में खेले गए सुपर 500 टूर्नामेंट के पुरुष एकल फ़ाइनल में जापान के युशी तनाका को 21–15, 21–11 से हराया. यह फाइनल का खिताब जीतने में लक्ष्य को केवल 38 मिनट लगे. वह शुरुआत से ही बेहद तेज़ नज़र आए. यह आसान नहीं था, क्योंकि उन्हें शनिवार दोपहर खेले गए 86 मिनट के थकाऊ सेमीफ़ाइनल में जीत मिली थी. लेकिन लक्ष्य ऐसा लग रहा था कि वह इस सुनहरे मौके को हाथ से जाने नहीं देना चाहते थे.
ऐसे मनाया जीत का जश्न
उन्होंने जीत का जश्न अपने दोनों कानों में उंगलियां लगाकर मनाया. यह उनका विशेष संकेत है, जिससे वह एक बार फिर यह दर्शाते हैं कि वह बाहरी शोर को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं. इसके बाद लक्ष्य ने अपने कोच यू योंग संग और पिता डीके सेन को गले लगाया, जो सिडनी में किनारे बैठकर गर्व से उन्हें खेलते देख रहे थे.
सिडनी में ऐसा रहा लक्ष्य का प्रदर्शन
पहले अपनी आक्रामक शैली पर नियंत्रण न रखने की वजह से लक्ष्य को नुकसान उठाना पड़ा था, लेकिन रविवार को वह पूरी तरह से लय में थे. अपनी गति और आक्रामक प्रवृत्ति के कारण उन्होंने युशी तनाका को रैलियों पर हावी होने का कोई मौका नहीं दिया. दूसरा गेम तो पलक झपकते ही समाप्त हो गया, जब लक्ष्य ने 21–11 से जीत दर्ज करते हुए पहले गेम की लय को बिल्कुल भी टूटने नहीं दिया.
दूसरे दौर में ची यू जेएन को तीन गेम और 63 मिनट में हराने के बाद, लक्ष्य ने अपने हमवतन अयुष शेट्टी को 52 मिनट के क्वार्टर-फ़ाइनल में आसानी से मात दी.
सेमीफ़ाइनल उनका सबसे कठिन मुकाबला था, जहां उनका सामना वर्ल्ड नंबर 6 और सिडनी के दूसरे वरीय चो तिएन चेन से हुआ. लक्ष्य पहला गेम 17–21 से हारकर बाहर होने की कगार पर थे और दूसरे गेम में भी बेहद नाज़ुक स्थिति में पहुंच गए थे. लेकिन उन्होंने धैर्य बनाए रखा और 24–22 से गेम जीतकर वापसी की, फिर निर्णायक गेम में जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए शानदार जीत हासिल की.
अब लक्ष्य का मक़सद विश्व के शीर्ष 10 में वापसी करने और 2026 के अत्यंत महत्वपूर्ण वर्ष पर होगा जहां एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेल दोनों शामिल हैं.
aajtak.in