मैदान पर अलीशा लेहमन के पैरों से निकली गेंद गोल में पहुंचे या नहीं, लेकिन मैदान के बाहर उनकी एक मुस्कान सीधे दिल के दरवाजे खोल देती है. 1.7 करोड़ इंस्टाग्राम फॉलोअर्स महज एक आंकड़ा नहीं- ये उन करोड़ों धड़कनों की गिनती है, जो उनकी हर तस्वीर, हर लम्हे और हर मुस्कान के साथ धड़कती हैं.
26 साल की अलीशा लेहमन स्विट्जरलैंड की महिला फुटबॉल टीम की स्टार फॉरवर्ड हैं. वह यूरोपियन क्लब फुटबॉल की सबसे ग्लैमरस चेहरों में से एक मानी जाती हैं.
अलीशा ने वेस्ट हैम यूनाइटेड, एवर्टन और एस्टन विला जैसे इंग्लिश क्लबों के लिए खेला, फिर 2024 में इटली के दिग्गज क्लब जुवेंटस में शामिल हुईं. वहां उन्होंने अपने तब के पार्टनर, ब्राजीलियन इंटरनेशनल डगलस लुइज के साथ ‘कपल ट्रांसफर’ की मिसाल कायम की.
यूरो 2025 में नजारा कुछ ऐसा था, मानो कोई फिल्म का दृश्य हो. UEFA ने अलीशा के लिए पर्सनल बॉडीगार्ड तैनात कर रखा था. बच्चे अपनी छोटी-छोटी जर्सी आगे बढ़ाते, बुजुर्ग आंखों में चमक लिए देखते और युवा... बस उस एक सेल्फी की उम्मीद में सांसें थाम लेते.
कैमरों की फ्लैश में उनकी सुनहरी बालियां चमकतीं और हल्की मुस्कान- जो किसी थके हुए दिन को भी खूबसूरत बना सकती है. अलीशा जानती हैं कि फुटबॉल में जीत केवल स्कोरबोर्ड पर नहीं होती; वह तब भी होती है जब कोई फैन उनकी मुस्कान देखकर अपनी थकान भूल जाए.
जुवेंटस के साथ लीग और कप का डबल जीतने के बाद अब उन्होंने नया सफर चुना है- कोमो का. उनका कहना है कि यह क्लब सिर्फ महिलाओं के फुटबॉल के लिए है, यहां विजन और जुनून है. मैदान से बाहर भी वो फैशन, पॉप कल्चर और सोशल मीडिया की आइकन हैं और शायद यही कारण है कि उनके हर कदम, हर तस्वीर और हर मुस्कान पर दुनिया की नजर रहती है.
लेकिन फुटबॉल में ‘ग्लैमर क्वीन’ के ताज पर अब नई दावेदार आ गई हैं- स्वीडन की 22 साल की एलिस सॉन्डरगार्ड. हाल ही में जेनोआ क्लब से जुड़ीं एलिस ने अपने गोल और खूबसूरती दोनों से फैन्स का दिल जीत लिया है. सोशल मीडिया पर कई लोग कहने लगे- 'अब दुनिया की सबसे खूबसूरत फुटबॉलर एलिस हैं, अलीशा नहीं.'
अलीशा मुस्कुराती हैं, आलोचनाएं झेलती हैं और नए सफर के लिए तैयार हैं...क्योंकि उनके लिए फुटबॉल सिर्फ खेल नहीं, जिंदगी का सबसे खूबसूरत रोमांच है.
aajtak.in