WTC फाइनल 2025 में ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीकी के बीच लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स मैदान में जारी है. शुक्रवार (13 जून) को मैच का तीसरा दिन रहेगा. लेकिन मैच के दूसरे दिन (12 जून) साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज डेविड बेडिंघम ने कुछ ऐसा कर दिया, जिससे मैदान में बवाल जैसी सिचुएशन बन गई. हुआ क्या तो वो समझ लीजिए.
साउथ अफ्रीका की पहली पारी का 49वां ओवर ब्यू बेवस्टर कर रहे थे. बल्लेबाजी डेविड बेडिंघम कर रहे थे. इस ओवर की तीसरी गेंद को डेविड बेडिंघम ने फेस किया. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने 'ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड' के लिए अपील कर दी. पहले वीडियो नीचें देखें...
घटना कुछ ऐसी थी कि बो वेबस्टर की गेंद को बेडिंघम ने खेलने की कोशिश की, जिससे गेंद उनके बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर उनके पैड की फ्लैप में फंस गई. गेंद थोड़ी सी मूव रही थी और विकेटकीपर एलेक्स कैरी कैच के लिए आगे बढ़ रहे थे, तभी बेडिंघम ने खुद ही गेंद उठाकर अपने पैरों के पास गिरा दी.
इस पर उस्मान ख्वाजा और स्टीव स्मिथ ने हल्की अपील की. अंपायरों ने आपस में बात की और फैसला सुनाया कि गेंद 'डेड' हो चुकी थी, यानी कोई आउट नहीं बनता. अंपायर इलिंगवर्थ ने हाथ उठाकर 'डेड बॉल' का संकेत भी दिया.
हालांकि कुछ लोगों को लगा कि गेंद पूरी तरह स्टॉप नहीं हुई थी, इसलिए यह मामला थोड़ा विवादित बन गया. लेकिन अंपायरों ने नियमों की भावना को देखते हुए बेडिंघम को नॉट आउट करार दिया. गनीमत रही कि इस फैसले मैच पर ज्यादा असर नहीं डाल सका, क्योंकि बेडिंघम (45) लंच के बाद जल्द ही आउट हो गए.
हैंडल्ड द बॉल/हैंडलिंग द बॉल- क्रिकेट के खेल में बल्लेबाज को आउट करने के तरीकों में से एक था, लेकिन 2017 में जब क्रिकेट के नियमों को फिर से लिखा गया तो इसे ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड (obstructing the field) के नियम में शामिल कर लिया गया.
ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड -अगर कोई बल्लेबाज जानबूझकर फील्डर को बाधा पहुंचाता है तो उसे आउट करार दिया जाता है, जिसमें फील्डर की फेंकी गई गेंद को रोकना भी शामिल है.
हैंडल्ड द बॉल- कोई बल्लेबाज विपक्षी टीम के खिलाड़ी की अनुमति के बिना गेंद को हाथ से छूता है तो उसे फील्ड को बाधित करने वाले नियम के तहत आउट करार दिया जाता है.
ICC के नियम क्या कहते हैं?
आईसीसी नियम 37.3.1 के अनुसार:
- अगर कोई बल्लेबाज जानबूझकर किसी फील्डर को कैच लेने से रोकता है, तो वह 'ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड' के तहत आउट माना जाएगा.
- इस मामले में, चूंकि गेंद जमीन से नहीं टकराई थी, अगर कैरी उसे पैड से निकालकर कैच कर लेते, तो बेडिंघम आउट हो सकते थे.
लेकिन इस नियम से ऊपर है रूल 20.1.1.4, जो कहता है:
-अगर गेंद बल्लेबाज के बल्ले और शरीर के बीच या उनके कपड़ों/उपकरणों में फंस जाती है, तो वह गेंद 'डेड बॉल' मानी जाएगी.
यहां मामला थोड़ा पेचीदा हो गया, क्योंकि कुछ लोगों के अनुसार गेंद उस वक्त पूरी तरह से रुकी नहीं थी, यानी डेड बॉल घोषित करने में संदेह हो सकता था, कुछ ने कहा कि बेडिंघम ने गेंद को जानबूझकर हाथ से छुआ, इसलिए वह आउट माने जाने चाहिए थे. जबकि दूसरे पक्ष ने तर्क दिया कि नियमों की भावना के अनुसार गेंद उस वक्त डेड मानी जानी चाहिए।
हालांकि, इस घटना से ऑस्ट्रेलिया को कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. उस वक्त बेडिंघम 31* रन पर बल्लेबाज़ी कर रहे थे और लंच के बाद जल्द ही पैट कमिंस की गेंद पर आउट हो गए. वह साउथ अफ्रीका को पहली पारी में मजबूत स्थिति में नहीं ला सके.
aajtak.in