मुंबई ने रणजी ट्रॉफी 2023-24 के फाइनल मुकाबले में विदर्भ को 169 रनों से पराजित किया. मुंबई की टीम रिकॉर्ड 42वीं बार रणजी ट्रॉफी की चैम्पियन बनी है. दूसरी ओर विदर्भ का तीसरी बार खिताब जीतने का सपना टूट गया. मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए इस फाइनल मुकाबले में विदर्भ की टीम को जीत के लिए 538 रनों का टारगेट मिला था, जिसका पीछा करते हुए वह 368 रन ही बना सकी.
'प्लेयर ऑफ द सीरीज' रहा ये प्लेयर
मुंबई की खिताबी जीत में ऑलराउंडर तनुष कोटियन की अहम भूमिका रही. कोटियन ने इस पूरे रणजी सीजन में गेंद और बल्ले से दमदार खेल दिखाया और 'प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट' चुने गए. फाइनल मुकाबले में कोटियन ने सात विकेट चटकाए. मैच की चौथी पारी में विदर्भ के कप्तान अक्षय वाडकर ने शतक बनाकर एक समय मुंबई के खेमे में चिंता की लकीरें पैदा कर दी थीं, ऐसे में कोटियन ने ही विपक्षी कप्तान को आउट कर मुंबई की वापसी कराई.
25 साल के तनुष कोटियन ने 2023-24 के रणजी सीजन में कुल 10 मैच खेले. इस दौरान उन्होंने 16.96 की शानदार औसत से 29 विकेट चटकाए. बल्लेबाजी की बात करें तो उन्होंने इस रणजी सीजन में एक शतक और पांच अर्धशतकों की मदद से 502 रन बनाए. तनुष कोटियन का बैटिंग एवरेज 41.83 का रहा.
तनुष कोटियन ने 2018-19 के रणजी सीजन के जरिए अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था. दाएं हाथ के ऑफ-स्पिनर कोटियन ने अब तक 26 प्रथम श्रेणी मैचों में लगभग 27 के एवरेज से 75 विकेट हासिल किए हैं. इस दौरान उन्होंने दो मौकों पर पारी में पांच विकेट लिए. बैटिंग की बात करें तो उन्होंने लगभग 45 के एवरेज से 1152 रन बनाए हैं. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में कोटियन ने एक शतक और 11 अर्धशतक लगाए हैं.
तनुष कोटियन ने 19 लिस्ट-ए और 23 टी20 मुकाबले भी खेले हैं. लिस्ट-ए मैचों में कोटियन के नाम पर 39.95 की औसत से 20 विकेट दर्ज हैं. वहीं, टी20 मैचों में उन्होंने 20.04 के एवरेज से 24 विकेट झटके हैं. लिस्ट-ए मैचों में तनुष कोटियन ने 90 और टी20 मैचों में 62 रन बनाए हैं.
बड़ौदा के खिलाफ बनाया था ये रिकॉर्ड
रणजी ट्रॉफी 2023-24 के सीजन में तनुष ने तुषार देशपांडे के साथ मिलकर एक मेगा रिकॉर्ड बनाया था. बड़ौदा के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में तनुष कोटियन (120*) और तुषार देशपांडे (123) ने नंबर 10 और नंबर 11 पोजीशन पर शतक जड़ा था. रणजी ट्रॉफी में पहली बार नंबर-10 और नंबर-11 के बल्लेबाजों ने शतक बनाया.
तुषार और तनुष की जोड़ी फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शतक बनाने वाली केवल दूसरी ऐसी जोड़ी गई, जिसने 10 और नंबर-11 पर शतक बनाया हो. इससे पूर्व चंदू सरवटे (124 नॉट आउट) और शूते बनर्जी (121) ने एक ही पारी में नंबर 10 और नंबर-11 पर फर्स्ट क्लास क्रिकेट में शतक किया था.
वैसे तनुष कोटियन और तुषार देशपांडे एक और रणजी रिकॉर्ड से चूक गए थे. दरअसल, अजय शर्मा और मनिंदर सिंह ने 1991-92 के रणजी सेमीफाइनल में बॉम्बे (अब मुंबई) के खिलाफ 10वें विकेट के लिए 233 रन की साझेदारी की थी. वहीं, तनुष और तुषार ने आखिरी विकेट के लिए 232 रनों की पार्टनरशिप की. यदि तुषार-तनुष मिलकर दो रन और बना लेते, तो यह रणजी ट्रॉफी में 10वें विकेट के लिए सबसे बड़ी पार्टनरशिप हो जाती.
अंडर-19 टीम का हिस्सा रह चुके कोटियन
तनुष कोटियन का जन्म और पालन-पोषण मुंबई में हुआ. हालांकि, उनकी पारिवारिक जड़ें तटीय कर्नाटक में हैं. तनुष कोटियन के पिता करुणाकर और मां मल्लिका कोटियन उडुपी जिले के पंगाला से ताल्लुक रखते हैं. तनुष कोटियन मुंबई के लिए तो घरेलू क्रिकेट में खेलते ही हैं, वहीं वो भारत की अंडर 19 टीम से भी खेल चुके हैं.
रणजी ट्रॉफी के पिछले पांच विजेता:
2023-24 मुंबई
2022-23 सौराष्ट्र
2021-22 मध्यप्रदेश
2019-20 सौराष्ट्र
2018-19 विदर्भ
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