Who is Justin Greaves: वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड के बीच क्राइस्टचर्च टेस्ट ड्रॉ रहा है, लेकिन इस टेस्ट में जिस तरह वेस्टइंडीज के बल्लेबाज 164 ओवर टिके रहे और मैच को ड्रॉ करवाया उसकी तारीफ हो रही है. वीरेंद्र सहवाग और अश्विन ने तो इस टेस्ट के सबसे बड़े हीरो जस्टिन ग्रीव्स की जमकर तारीफ की है.
इस मुकाबले में असली टेस्ट क्रिकेट दिखा. मतलब जान लगा दो और आखिर तक डटे रहो. धैर्य, हिम्मत और सच्ची परीक्षा... और वेस्टइंडीज ने तीनों में कमाल कर दिया. WTC में उनका खाता भी खुल गया और क्राइस्टचर्च में ड्रॉ से अच्छे खासे पॉइंट्स भी मिल गए.
चौथी पारी में पिच सपाट हो गई थी, जिसका फायदा मेहमानों को जरूर मिला, लेकिन शाई होप, जस्टिन ग्रीव्स और केमार रोच की बल्लेबाजी टॉप क्लास थी. कीवियों ने ग्रीव्स और रोच को परेशान करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाए, लेकिन दोनों ने हर चाल का जवाब दे दिया.
क्राइस्टचर्च के हेगले ओवल में न्यूजीलैंड टीम ने वेस्टइंडीज को जीत के लिए 531 रनों का पहाड़ सरीखा टारगेट रखा था. ऐसा लगा मेजबान न्यूजीलैंड आसानी से इस मुकाबले को जीत लेगी, लेकिन इसके बाद जो कुछ वेस्टइंडीज ने किया, वो ताउम्र क्रिकेट फैन्स याद रखेंगे.
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6 दिसंबर (शनिवार) को पांचवें दिन का खेल खत्म हुआ, उस समय वेस्टइंडीज का स्कोर 163.3 ओवर्स में 6 विकेट पर 457 रन था. वेस्टइंडीज की टीम मैच जीतने से महज 74 रन पीछे रह गई. यदि वेस्टइंडीज की टीम ये मैच जीत जाती, तो इतिहास बन जाता, क्योंकि इतना बड़ा स्कोर कभी भी टेस्ट क्रिकेट में चेज नहीं हुआ है. वैसे एक समय रनचेज करते वक्त वेस्टइंडीज के 4 विकेट 72 रन पर ही गिर गए थे.
इस मैच को बचाने में सबसे बड़ा रोल 'प्लेयर ऑफ द मैच' जस्टिन ग्रीव्स का रहा. उन्होंने 388 गेंदों पर नाबाद 202 रन बनाए, उन्होंने 564 मिनट तक बल्लेबाजी की. ग्रीव्स को केमार रोच (नाबाद 58) का साथ मिला, जिसके साथ सातवें विकेट के लिए 180 रन जोड़े. वहीं शाई होप ने भी 140 रन 234 गेंदों पर बनाए.
जस्टिन ग्रीव्स कैसे बने वेस्टइंडीज के क्राइस्टचर्च में सबसे बड़े हीरो?
ग्रीव्स और नंबर 8 केमार रोच ने 409 गेंदों में 180 रन की पार्टनरशिप की, इस तरह सातवें विकेट के लिए सचिन तेंदुलकर और मनोज प्रभाकर के 35 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया.
163.3 ओवर... यह 1930 के बाद से वेस्टइंडीज की सबसे लंबी चौथी इनिंग थी, उनका 6 विकेट पर 457 रन का टोटल भी किसी टाइम-बाउंड टेस्ट में चौथी इनिंग का सबसे बड़ा टोटल था, अकेले ग्रीव्स ने 564 मिनट और 388 गेंदों तक बैटिंग की, जिसमें से 201 मिनट शाई होप के साथ 196 रन की पार्टनरशिप में आए. शाई ने तो आंख के इन्फेक्शन से जूझते हुए 140 रन बनाए।
398 रन पर 6 विकेट, 33 ओवर में 132 रन चाहिए थे और चार विकेट बचे थे, आखिरी सेशन शुरू होने से पहले एक पल ऐसा आया जब कुछ अजीब लग रहा था, ऐसा लगा क्या टारगेट चेज होगा, लेकिन ग्रीव्स और रोच ने नाटक के बजाय समझदारी चुनी, डटे रहे, और न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच ड्रॉ करवा लिया.
कौन हैं जस्टिन ग्रीव्स
इस मुकाबले में न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 231 रन बनाए थे, जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 167 रनों पर लुढ़क गई, दूसरी पारी न्यूजीलैंड ने 466/8 का स्कोर बनाकर घोषित की थी. चौथी पारी में जो कुछ विंंडीज की टीम ने किया, वो अब इतिहास है.
जस्टिन ग्रीव्स जो इस मुकाबले के सबसे बड़े हीरो बने उनकी तारीफ वीरेंद्र सहवाग और रविचंद्रन अश्विन जैसे दिग्गजों ने भी की.
अश्विन ने लिखा- जिंदगी में कुछ दिन सिर्फ एक बार आते हैं… और 'जस्टिन ग्रीव्स' के लिए आज वही दिन है. इस ऐतिहासिक जीत में केमार रोच के योगदान को भी नहीं भूलना चाहिए 👏👏 और शाई होप ने दोनों पारियों में शानदार बल्लेबाजी की, जिसमें उनका क्लास दिखा ✅ वेस्टइंडीज क्रिकेट के लिए एक बेमिसाल दिन!
वहीं सहवाग ने लिखा- वेस्टइंडीज ने टेस्ट मैच बचाने के लिए जिस जज़्बे और हिम्मत के साथ खेला, वह काबिल-ए-तारीफ़ है. 164 ओवर खेलकर दिखाया गया उनका कैरक्टर, जज्बा और मजबूती सच में प्रेरणादायक है. टेस्ट क्रिकेट में सही रणनीति चाहिए.
31 साल के ग्रीव्स का इस टेस्ट मैच से पहले कोई बड़ा नाम नहीं था. एक सीम-बॉलिंग ऑलराउंडर ग्रीव्स उन चार वेस्टइंडीज खिलाड़ियों में शामिल थे, जब उनको 2023-24 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपना टेस्ट डेब्यू किया था.
ग्रीव्स ब्रिस्बेन में उस उस ऐतिहासिक टेस्ट में खेले जब शमार जोसेफ ने सुर्खियां बटोरीं, लेकिन ग्रीव्स ने दूसरी पारी में महत्वपूर्ण 33 रन बनाए और ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में मार्नस लाबुशेन का बड़ा विकेट भी लिया. वेस्टइंडीज ने रोमांचक मुकाबले में आठ रन से जीत दर्ज की. यह ऑस्ट्रेलिया में वेस्टइंडीज की 1997 के बाद पहली टेस्ट जीत थी.
ग्रीव्स ने टेस्ट डेब्यू से पहले ही अपना ODI डेब्यू कर लिया था. तब उनकी उम्र 28 वर्ष होने में महीने कम थी. उन्होंने जनवरी 2022 में अपना पहला ODI खेला था, जब आयरलैंड वेस्टइंडीज दौरे पर आया था. तब उनका प्रदर्शन यादगार नहीं था. पर अब क्राइस्टचर्च टेस्ट के बाद उम्मीद है कि वेस्टइंडीज के लिए ग्रीव्स टेस्ट सीरीज के बाकी दो मुकाबलों में अहम प्रदर्शन करेंगे.
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