ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज 2025-26 का चौथा मुकाबला मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर खेला गया था. यह मुकाबला दो दिनों में ही खत्म हो गया था, जिसमें इंग्लैंड ने चार विकेट से जीत हासिल की थी. देखा जाए तो मौजूदा सीरीज में चारों टेस्ट मैच लगभग 13 दिनों में खत्म हुए हैं, ऐसे में पिच को लेकर काफी शोर मचा है.
भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) पर पिच रेटिंग को लेकर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाया है. गावस्कर का कहना है कि हाल ही में मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) में खेला गया चौथा एशेज टेस्ट महज दो दिन के अंदर खत्म हो गया, इसके बावजूद एमसीजी की पिच को ‘गुड’ रेटिंग मिल सकती है.
मेलबर्न टेस्ट के पहले दिन ही 20 विकेट गिर गए, जो ऑस्ट्रेलिया में 1951 के बाद किसी टेस्ट मैच के पहले दिन गिरे सबसे ज्यादा विकेट हैं. दूसरे दिन भी 16 विकेट गिरे और पूरा टेस्ट मुकाबला महज 142 ओवर में समाप्त हो गया. गावस्कर ने याद दिलाया कि इसी एशेज सीरीज के पहले टेस्ट (पर्थ) में भी मुकाबला दो दिन में खत्म हो गया था, लेकिन उस पिच को आईसी ने ‘वेरी गुड’ रेटिंग दी थी.
अब 'गुड' कर दिया जाएगा: गावस्कर
सुनील गावस्कर ने तंज कसते हुए कहा कि मेलबर्न टेस्ट में नए मैच रेफरी जेफ क्रो के होने के कारण रेटिंग में बदलाव हो सकता है. स्पोर्टस्टार में अपने कॉलम में गावस्कर ने लिखा, "पर्थ टेस्ट में 32 विकेट गिरे थे और रंजन मदुगले ने पिच को ‘वेरी गुड’ कहा था. मेलबर्न में 36 विकेट गिरे हैं, इसलिए हो सकता है जेफ क्रो ‘वेरी’ शब्द हटा दें और पिच को सिर्फ ‘गुड’ रेट कर दें."
सुनील गावस्कर ने भारतीय पिच क्यूरेटर्स को लेकर आईसीसीसी अधिकारियों के रवैये पर भी तीखा कटाक्ष किया. गावस्कर ने व्यंग्य करते हुए लिखा, 'भारत के ग्राउंड्समैन को तो ऐसे पेश किया जाता है जैसे वे बल्लेबाजों को रन बनाने ही नहीं देना चाहते, जबकि विदेशी पिचों पर भी गलती इंसान ही करता है. '
मेलबर्न टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया में गेंदों के लिहाज से तीसरा सबसे छोटा टेस्ट रहा, जिसमें सिर्फ 852 गेंदें फेंकी गईं. इससे छोटा सिर्फ हालिया पर्थ टेस्ट (847 गेंद) और 1932 में ऑस्ट्रेलिया-साउथ अफ्रीका मैच (656 गेंद) रहा. मैच के बाद ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ और इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स दोनों ने पिच की आलोचना करते हुए कहा कि यह गेंदबाजों के पक्ष में जरूरत से ज्यादा मददगार थी.
कई पूर्व क्रिकेटर्स और कमेंटेटर्स ने भी इस पिच को लेकर चिंता जताई. अब सीरीज का आखिरी टेस्ट 4 जनवरी से सिडनी में खेला जाना है. ऐसे में सबकी नजरें इस बात पर होंगी कि वहां किस तरह की पिच तैयार की जाती है. गौरतलब है कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के दौरान सिडनी टेस्ट भी तीन दिनों में खत्म हो गया था.
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