पाकिस्तान के स्टार प्लेयर मोहम्मद रिजवान इन दिनों भारतीय टेस्ट स्टार चेतेश्वर पुजारा को खूब परेशान कर रहे हैं. यह बात हम नहीं, बल्कि खुद रिजवान ही कह रहे हैं. दरअसल, पुजारा और रिजवान इन दिनों साथ में इंग्लैंड में काउंटी चैंपियनशिप डिवीजन दो खेल रहे हैं.
पुजारा और रिजवान दोनों ही ससेक्स टीम के लिए खेल रहे हैं. इसी बीच रिजवान ने कहा कि वह भी चेतेश्वर पुजारा की तरह ही एकाग्रता चाहते हैं, ताकि वह लंबी अवधि की टेस्ट क्रिकेट में अपने खेल में सुधार कर सकें. पुजारा ने मौजूदा काउंटी सीजन में दो शतक और इतने ही दोहरे शतक बनाकर भारत की टेस्ट टीम में वापसी के लिए मजबूत दावा पेश किया है.
पुजारा और रिजवान ने इस महीने के शुरू में डरहम के खिलाफ 154 रनों की साझेदारी की थी. रिजवान पिछले साल ICC के बेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर चुने गए थे.
'पुजारा को तंग भी करता हूं'
उन्होंने क्रिकविक से कहा, 'जहां तक मेरा और पुजारा का सवाल है, मुझे (भारत-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता के संदर्भ में) कुछ भी अजीब नहीं लगा. यदि आप उनसे पूछोगे तो मुझे उम्मीद है कि उनका जवाब भी ऐसा ही होगा. मैं उनके साथ खूब बातचीत करता हूं, उन्हें परेशान भी करता हूं और टीम में हर कोई यह जानता है. वह बहुत अच्छा और प्यारा इंसान है. उनकी एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता लाजवाब है. अगर आपको उनसे कुछ सीखने का मौका मिलता है, तो आपको यह सीखना चाहिए.'
उन्होंने कहा, 'एकाग्रता को लेकर मैंने यहां के कोच को भी बताया. मेरे पूरे करियर में मैंने जिन खिलाड़ियों को एकाग्रता के मामले में अव्वल पाया उनमें यूनिस भाई, फवाद आलम और वह (पुजारा) शामिल हैं. एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने के मामले में पूजारा मेरी सूची में दूसरे और फवाद आलम तीसरे स्थान पर हैं. मैं इन तीन खिलाड़ियों को इस मामले में अव्वल आंकता हूं.'
'जल्दी आउट होने पर पुजारा से बात करता हूं'
नियमित तौर पर सीमित ओवरों की क्रिकेट खेलने से लंबे प्रारूप में बल्लेबाजी प्रभावित हो सकती है और रिजवान ने कहा कि पुजारा की सलाह ने इसमें उनकी मदद की. पाकिस्तानी विकेटकीपर बैटर रिजवान ने कहा, 'एक समय ऐसा आता है जबकि आपकी एकाग्रता का स्तर कम होने लगता है. मैं यह पता करने की कोशिश करूंगा कि ये तीनों खिलाड़ी इतने गहन ध्यान और एकाग्रता से कैसे बल्लेबाजी कर लेते हैं. मैं यूनिस भाई के साथ बात करता रहता हूं, लेकिन हाल में फवाद से ज्यादा बात नहीं हो पाई.'
उन्होंने कहा, 'जब मैं जल्दी आउट हो गया तो मैंने पुजारा के साथ बात की. उन्होंने मुझे कुछ चीजें बताईं जैसे शरीर के करीब से खेलना. जैसा कि सभी जानते हैं कि हम लगातार सीमित ओवरों की क्रिकेट खेल रहे हैं जिसमें हम अपने शरीर के बहुत करीब से नहीं खेलते क्योंकि गेंद अधिक स्विंग या सीम नहीं करती.'
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