आईपीएल सीजन 11 का मुंबई में रंगारंग आगाज हो चुका है और बॉलीवुड सितारों ने इसमें अपनी चमक बिखेरी है. अभिनेता वरुण धवन, बॉलीवुड के माइकल जैकसन कहे जाने वाले प्रभु देवा और रितिक रोशन ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 11वें संस्करण के उद्घाटन समरोह में अपनी शानदार प्रस्तुति से लीग में चार चांद लगा दिए.
यहां वानखेड़े स्टेडियम में शाम छह बजकर 15 मिनट पर शुरू हुए उद्घाटन समारोह की शुरुआत वरुण धवन ने 'गणपति बाप्पा मोरियां, परेशान करे मुझे गोरियां' गीतों से किया. धवन के बाद प्रभु देवा ने भी अपनी शानदार डांस से स्टेडियम में बैठे दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया.
प्रभु देवा ने इसके बाद धवन के साथ 'मुकाबला-मुकाबला' गाने पर भी एक साथ डांस किया जिस पर दर्शक थिरकने लगे. इसके अलावा व्हाइट कोट पहने गायक मिका सिंह ने 'दमा-दम मस्त कलंडर', 'आज की पार्टी मेरी तरफ से', और 'जुमे की रात है' गाने पर अपनी प्रस्तुति दी.
जैकलिन फर्नांडिज ने जुडवा-2 के गाने 'ऊंची है बिल्डिंग, लिफ्ट तेरी बंद है' पर अपने डांस से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया. जैकलिन के बाद बॉलीवुड के माचोमैन रितिक रोशन भी जमकर थिरके.
उद्घाटन समारोह में आईपीएल के चैयरमैन राजीव शुक्ला, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के उपाध्यक्ष सीके खन्ना, कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी और बोर्ड का संचालन कर रही प्रशासकों की समिति (सीओए) की सदस्य डायना इडुलजी भी मौजूद थीं.
IPL: इन बड़े बदलावों के कारण रोमांचक होने वाला है सीजन 11
मुंबई और चेन्नई टीम होगी आमने-सामने
आईपीएल सीजन 11 का पहला मुकाबला डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई इंडियंस और दो बार की चैंपियन टीम चेन्नई सुपर किंग्स के बीच आज यानी शनिवार रात 8 बजे से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला जाएगा.
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) इतिहास में जब सफल टीमों की बात की जाती है, तो दो टीमों का नाम सबसे पहले आता है. एक चेन्नई सुपर किंग्स और दूसरी मुंबई इंडियंस.
मुंबई तीन बार (2013, 2015 और 2017) खिताब अपने नाम कर चुकी है. चेन्नई (2010, 2011) दो बार खिताब अपने नाम करने में सफल रही है. मुंबई एक बार उपविजेता रही है, तो वहीं चेन्नई चार बार खिताब से चूकी है.
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चेन्नई आठ बार प्लेऑफ में पहुंची. पिछले दो साल से यह टीम नहीं थी. स्पॉट फिक्सिंग मामले में इस पर दो साल का प्रतिबंध लगा था.
मुंबई ने पिछले सीजन के कई खिलाड़ियों को अपने साथ रखा है. ऐसा ही कुछ चेन्नई ने किया है. उसने भी 2015 की अपनी टीम के कई अहम खिलाड़ियों को अपने पास रखा है. अंतर साथ खेलने का है. मुंबई के खिलाड़ी बिखरे नहीं थे, जबकि चेन्नई के बिखर कर एक बार फिर साथ आए हैं.
तरुण वर्मा