IND vs SA: कुलदीप यादव या अक्षर पटेल, ईडन गार्डन्स में कैसी होगी प्लेइंग 11... कप्तान शुभमन गिल ने नहीं खोले पत्ते!

Shubman Gill PC Today: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में 14 नवंबर से पहला टेस्ट मैच है. यह सीरीज 2 टेस्ट की है. इस टेस्ट सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 22 नवंबर को गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में होगा. सीरीज की शुरुआत से पहले कप्तान शुभमन गिल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोध‍ित किया.

Advertisement
क्या अक्षर पटेल कोलकाता टेस्ट में खेलेंगे, शुभमन ग‍िल ने इसे लेकर गुरुवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जवाब दिया है (Photo: PTI) क्या अक्षर पटेल कोलकाता टेस्ट में खेलेंगे, शुभमन ग‍िल ने इसे लेकर गुरुवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में जवाब दिया है (Photo: PTI)

अनिर्बन सिन्हा रॉय

  • कोलकाता ,
  • 13 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 2:38 PM IST

Shubman Gill Press Confrence on Kolkata test: भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पहले टेस्ट से पहले गुरुवार (13 नवंबर) को प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. 

कैप्टन गिल ने इस दौरान प्लेइंग 11 पर अपने पत्ते नहीं खोले, टीम एक स्पिनर के साथ खेलेगी या तीन ऑलराउंडर्स के साथ इस पर गिल ने कोई क्ल‍ियर कट मैसेज नहीं दिया. अक्षर पटेल और कुलदीप यादव के बीच प्लेइंग इलेवन में जगह को लेकर मुकाबला है.

Advertisement

गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- ये दो टेस्ट (कोलकाता और गुवाहाटी) मैच वर्ल्ड टेस्ट चैम्प‍ियनश‍िप फाइनल के लिए बहुत अहम हैं. साउथ अफ्रीका बहुत अच्छी टीम है, वे चैम्प‍ियंस हैं. वहीं पिच को लेकर उन्होंने कहा कि यह अच्छी है, एक टिपिकल भारतीय विकेट जैसी है. 

वहीं गिल ने यह भी कि कुछ दिनों के अंदर अलग-अलग फॉर्मेट खेलना आसान नहीं होता. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलने के बाद अब भारत में रेड बॉल क्रिकेट खेलना मानसिक और शारीरिक, दोनों तरह से मुश्किल है. लेकिन एक प्रोफेशनल क्रिकेटर को ये मैनेज करना आना चाहिए.

अक्षर या कुलदीप कौन खेलेगा, गिल ने दिया जवाब 
कोलकाता में टीम कॉम्ब‍िनेशन कैसा रहेगा, कौन खेलेगा. इसे लेकर भी गिल ने काफी हद तक जवाब दिया लेकिन अपने पत्ते नहीं खोले. कुलदीप या अक्षर मौन खेलेगा, इस पर गिल ने कहा - हमेशा ये दुविधा रहती है कि एक एक्स्ट्रा ऑलराउंडर के साथ जाएं या एक एक्स्ट्रा स्पिनर के साथ. अक्षर पटेल और कुलदीप यादव के बीच यही टॉस-अप है. 

Advertisement

वहीं टीम कॉम्बिनेशन पर उन्होंने कहा कि यह लगभग तय हो चुका है. भारत के इस हिस्से में रोशनी जल्दी चली जाती है, इसलिए सुबह और शाम के समय तेज गेंदबाजों को फायदा मिलता है. भारत में ज्यादातर मैच स्पिनर्स तय करते हैं, तो देखना होगा कि हमारे स्पिनर्स कैसे गेंदबाजी करते हैं और उनकी क्वालिटी कैसी है."

वहीं ऑलराउंडर्स को लेकर गिल ने कहा- हमारी टीम में क्वालिटी ऑलराउंडर्स हैं और वे सभी बेहतरीन बल्लेबाज भी हैं. उनके बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में अच्छे रिकॉर्ड हैं. वे सही मायने में ऑलराउंडर्स हैं. ये एक रोमांचक टेस्ट सीरीज होगी. साउथ अफ्रीका के खिलाड़ियों ने पिछली सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन भारत में खेलना उनके लिए मुश्किल होगा.

वर्कलोड मैनेजमेंट कैसे कर रहे, गिल ने बताया 
गिल ने वर्कलोड मैनेजमेंट के सवाल पर कहा- मैं अभी भी समझने की कोशिश कर रहा हूं कि इसे कैसे मैनेज किया जाए. अलग-अलग देशों में यात्रा करना और फॉर्मेट बदलना चुनौतीपूर्ण है. मैं इसे समझ रहा हूं. ये शारीरिक से ज्यादा मानसिक चुनौती है. शारीरिक रूप से मैं बिल्कुल फिट हूं, लेकिन इसे मैं एक सीखने और समझने का मौका मानता हूं.

कोलकाता से जुड़ी यादों पर क्या बोले गिल?
ग‍िल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोलकाता से जुड़ी यादें भी बयां की. उन्होंने कहा- कोलकाता से मेरी बहुत सारी यादें जुड़ी हैं. मेरा आईपीएल करियर यहीं से शुरू हुआ था. कोलकाता में खेलने पर पंजाब में खेलने जैसा ही एहसास होता है. छह साल पहले मैं टीम का हिस्सा था लेकिन तब मैच नहीं खेला था, वो पिंक बॉल टेस्ट था. अब कप्तान के तौर पर खेलना एक खास अहसास है.

Advertisement

मोहम्मद शमी के सेलेक्ट ना होने पर पर गिल का क्या रहा जवाब
मोहम्मद शमी को साउथ अफ्रीका के ख‍िलाफ टेस्ट सीरीज के लिए नहीं चुना गया है. इस पर भी कप्तान गिल ने जवाब दिया. गिल ने कहा- शमी भाई जैसे गेंदबाज बहुत कम मिलते हैं. लेकिन हम आकाश दीप, प्रसिद्ध जैसे खिलाड़ियों के प्रदर्शन को नजरअंदाज नहीं कर सकते. बुमराह और सिराज भी अच्छा कर रहे हैं. हमें आने वाली टेस्ट सीरीज को भी ध्यान में रखना होता है. चयनकर्ताओं से इस पर बेहतर जवाब मिल सकता है.  

वहीं तेज गेंदबाजों के वर्कलोड पर भी शुभमन गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जवाब दिया. उन्होंने कहा- यहां रिवर्स स्विंग विकेट पर निर्भर करती है. आपने 2024 की इंग्लैंड सीरीज में देखा होगा कि तेज गेंदबाजों ने कितनी अहम भूमिका निभाई थी. इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में गेंदबाजों को ज्यादा स्पेल डालने पड़ते हैं, इसलिए वर्कलोड बढ़ जाता है. भारत में ये थोड़ा अलग है.

 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement