इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है. पांच मैचों की सीरीज में भारतीय टीम फिलहाल 1-2 से पीछे है और उसपर मैचेस्टर टेस्ट मैच में भी हार का खतरा मंडरा रहा है. इस सीरीज में भारतीय टीम के सेलेक्शन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. चाइनामैन कुलदीप यादव अब तक बेंच पर बैठे रहे हैं, जो समझ से परे हैं.
अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर पर निशाना साधा है. संजय मांजरेकर हेड कोच गंभीर की गेम प्लानिंग से बिल्कुल भी खुश नहीं हैं. अगर भारत मैनचेस्टर टेस्ट हारता है, तो वो इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज भी गंवा देगा. गौतम गंभीर के कार्यकाल में यह भारत की लगातार तीसरी टेस्ट सीरीज हार होगी. इससे पहले भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज में 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था. जबकि न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने घर पर भारतीय टीम टेस्ट सीरीज 0-3 से हार गई थी.
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ईएसपीएन क्रिकइंफो पर बातचीत के दौरान संजय मांजरेकर ने कहा कि गौतम गंभीर बार-बार ऑलराउंडर्स को तरजीह दे रहे हैं, जबकि टीम को स्पेशलिस्ट बल्लेबाज और विशेषज्ञ गेंदबाज की जरूरत है. मांजरेकर ने शार्दुल ठाकुर का उदाहरण देते हुए कहा कि इस गेंदबाज ने दो टेस्ट में सिर्फ 27 ओवर फेंके और कोई असर नहीं डाला.
एक और स्पेशलिस्ट बल्लेबाज की जरूरत थी: मांजरेकर
इसी तरह नीतीश कुमार रेड्डी ने भी चोटिल होने से पहले दो टेस्ट मैचों में सिर्फ 27 ओवर्स की गेंदबाजी की. मांजरेकर ने कहा, 'जब चौथे पेसर से गेंदबाजी नहीं करवाई जा रही है, तो उसे खिलाने का क्या फायदा. मैं समझता हूं कि इस सोच को अब त्यागने का अब वक्त आ चुका है. मैनचेस्टर टेस्ट मैच में भारत को एक और विशेषज्ञ बल्लेबाज़ की जरूरत थी.
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संजय मांजरेकर ने कहा कि टीम मैनेजमेंट बार-बार 20 विकेट लेने की बात करता है, लेकिन कुलदीप यादव जैसे विकेटटेकिंग गेंदबाज को बाहर लगातार बैठाया जा रहा है. मांजरेकर कहते हैं, 'वे कहा करते हैं कि भारत को 20 विकेट चाहिए, लेकिन मुझे इस बात पर राजी करना मुश्किल होगा. अगर ऐसा होता, तो कुलदीप यादव अब तक खेल चुके होते. वे कहते हैं कि ऐसे खिलाड़ी चाहिए जो दो स्किल लेकर आए, लेकिन क्वालिटी पर ध्यान नहीं है. कुलदीप का इस सीरीज में नहीं खेलना आपको भारतीय टीम मैनेजमेंट के दृष्टिकोण को बताता है.'
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