भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवां और अंतिम टेस्ट मैच शुक्रवार को रद्द कर दिया गया क्योंकि कोविड-19 से जुड़ी चिंताओं के कारण मेहमान देश अपनी ‘टीम उतारने में असमर्थ’ था. भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री और गेंदबाजी कोच भरत अरुण के बाद सहायक फिजियो योगेश परमार के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद खिलाड़ियों पर खतरा मंडरा रहा था. इससे मैच के दौरान संक्रमण फैलने का डर भी था जिसके कारण टॉस किए जाने के दो घंटे पहले इसे रद्द कर दिया गया.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने लिखा है कि पता चला है कि कप्तान विराट कोहली और अन्य खिलाड़ी मैच में नहीं खेलना चाहते थे. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अधिकारी भी उन्हें मैच खेलने के लिए नहीं मना पाए. इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने जो शुरुआती बयान जारी किया था उसमें स्पष्ट तौर पर मैच गंवाने का जिक्र किया गया था, लेकिन संशोधित मीडिया विज्ञप्ति में इसे हटा दिया गया.
ईसीबी ने बयान में कहा, ‘भारतीय खेमे में आगे कोविड के मामले बढ़ने की आशंका को देखते हुए भारत अपनी टीम उतारने में असमर्थ है.' कोविड से जुड़े पृथकवास का मतलब है कि खिलाड़ी 19 सितंबर से शुरू होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मैचों में नहीं खेल पाते.
ईसीबी ने क्या कहा
ईसीबी ने बयान में कहा, ‘बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) के साथ चल रही बातचीत के बाद ईसीबी पुष्टि कर सकता है कि इंग्लैंड और भारत के बीच आज से ओल्ड ट्रैफर्ड में शुरू होने वाला पांचवां टेस्ट मैच रद्द कर दिया जाएगा.’ इसमें कहा गया है, ‘हम प्रशंसकों और अपने साझेदारों से माफी मांगते हैं। हमें पता है कि इस समाचार से कई लोगों को बहुत निराशा और असुविधा होगी.'
भारत सीरीज में 2-1 से आगे है, लेकिन उसे विजेता घोषित नहीं किया गया है क्योंकि अगले साल जुलाई में जब भारतीय टीम सीमित ओवरों के छह मैच खेलने के लिए इंग्लैंड का दौरा करेगी तो तब पांचवां टेस्ट मैच खेला जा सकता है.
बीसीसीआई सूत्रों के अनुसार, ‘इसकी अब भी पूरी संभावना है कि मैच बाद में किसी समय खेला जाएगा.’ भारत ने लॉर्ड्स में दूसरा टेस्ट मैच 151 रन और ओवल में चौथा टेस्ट मैच 157 रन से जीता था. बीच इंग्लैंड ने लीड्स में तीसरे टेस्ट मैच में पारी और 76 रन से जीत दर्ज की थी. नॉटिंघम में खेला गया पहला मैच ड्रॉ रहा था.
समझा जाता है कि विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) मैचों के लिए कोविड-19 नियमों में ‘गंवाना’ शब्द शामिल नहीं है और इससे ही कोहली और उनके साथियों के लिए इस मैच से हटने का रास्ता साफ हुआ था. डब्ल्यूटीसी के मैचों से जुड़े नियमों के अनुसार कोविड-19 की पहचान स्वीकार्य अनुपालन के रूप में गई है जो टीमों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है.
ऐसा इसलिए है क्योंकि मैच प्रतियोगिता में रद्द के रूप में दर्ज रह सकता है तथा जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) खेले गए मैचों में हासिल किए गए अंकों के आधार पर प्रतिशत अंक प्रणाली का उपयोग करेगी तब रद्द मैच किसी भी टीम के लिए अनुपयोगी रहेंगे.
जोखिम नहीं उठाना चाहते थे खिलाड़ी
बीसीसीआई सूत्रों के अनुसार खिलाड़ियों का परीक्षण नेगेटिव आया था, लेकिन खिलाड़ी आगे परीक्षण पॉजिटिव आने की दशा में 10 दिन तक पृथकवास पर रहने का जोखिम नहीं उठाना चाहते थे. भारत और इंग्लैंड के खिलाड़ियों को एक ही विमान से उड़ान भरनी थी और मैच को एक या दो दिन टालने से अन्य दिक्कतें पैदा हो सकती थीं .
भारतीय खेमे में सबसे पहले शास्त्री का परीक्षण पॉजिटिव आया था. उन्होंने लंदन में टीम होटल में अपनी पुस्तक का विमोचन किया था जिसके बाद उनमें लक्षण पाए गए थे. इस समारोह में बाहर से लोगों को आने की अनुमति दी गई थी.
सूत्रों ने कहा, ‘इसकी कोई गारंटी नहीं है कि रवि शास्त्री की पुस्तक के विमोचन के बाद अधिक मामले नहीं होंगे. खिलाड़ी विशेषकर 10 दिन तक पृथकवास पर रहने को लेकर सावधानी बरत रहे हैं.'
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