दिल्ली के युवा खिलाड़ी मोहित अहलावत टी-20 क्रिकेट की इतिहास में पहला तिहरा शतक जड़ दुनिया भर में सुर्खियां बटोर रहे हैं. उन्होंने राजधानी में खेले गए एक स्थानीय टूर्नामेंट में महज 72 गेंदों में नाबाद 302 रन बनाए.
फ्रेंड्स प्रीमियर लीग में फ्रेंड्स 11 के खिलाफ मावी-11 के लिए खेलते हुए 21 साल के अहलावत ने 302 रनों की अपनी इस नाबाद पारी में 39 जोरदार छक्कों और 14 चौकों की मदद से ही 290 रन जोड़ लिए. उनकी इस धुआंधार बल्लेबाजी की वजह से उनकी टीम ने 20 ओवरों में महज दो विकेट के नुकसान पर 416 रनों का विसाल स्कोर खड़ा कर दिया.
अहलावत की इस अकेली पारी ने टी-20 के रिकॉर्ड बुक में कई बदलाव कर दिए. उन्होंने टी-20 इतिहास में सबसे बड़ा निजी स्कोर खड़ा किया. इससे पहले यह रिकॉर्ड कैरेबियाई बल्लेबाज क्रिस गेल के नाम था. गेल ने 2013 के आईपीएल टूर्नामेंट में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेलते हुए 175 रन बनाए थे. हालांकि अहलावत के इस रिकॉर्ड तो गेल भी कोसों पीछे छूट गए. गेल की उस आतिशी की पारी की बदौलत उनकी टीम ने रिकॉर्ड 5 विकेट पर 263 जोड़े थे, जो कि अहलावत की वजह से अब चकनाचूर हो चुका है.
इससे पहले टी-20 मैच की किसी पारी में अधिकतम 21 छक्के लगे थे, तो वहीं अगर पूरे मैच की बात करें तो अधिकतम 34 छक्कों का रिकॉर्ड है. हालांकि अहलावत ने अब अकेले 36 जड़ कर नया हैरान करने वाला रिकॉर्ड कायम कर दिया.
अपनी इस पारी के बारे में अहलावत कहते हैं, 'मैंने शुरुआत से ही तेज खेलने का फैसला किया. मैच में पांच ओवर बाकी रहते ही मैं 200 रनों के करीब था. तो मैंने और तेज बल्लेबाजी शुरू कर दी. मैच में दो अवर बचे रहते मैं 250 रनों पर चुका था. उसके बाद मैंने अपने साथी से कहा कि मैं कोशिश करता हूं अगर 300 रन बना सकूं तो और फिर अंतिम ओवर में मैंने 30 रन जड़े.'
मोहित कहते हैं, 'आईपीएल के लिए मैंने अपना नाम भेजा है, लेकिन मुझे नहीं पता कि मेरी यह पारी आईपीएल नीलामी में टीम मालिकों का ध्यान खींच पाएगी या नहीं. मैं आईपीएल में अपनी प्रतिभा को दिखाने का इंतज़ार कर रहा हूं.'
मोहित इससे पहले डीडीसीए लीग गेम में खेलते हुए 158 रन जड़ चुके हैं. हालांकि वह 2016-17 के रणजी टीम में ज्यादा कमाल नहीं कर पाए थे और राजस्थान, विदर्भ और हरियाणा के खिलाफ तीन मैचों में महज 4, 0 और 1 रन ही बना सके थे.
साद बिन उमर