बॉलीवुड एक्टर इरफान खान का बुधवार को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गया. वह 54 साल के थे और लंबे समय से एक दुलर्भ किस्म के कैंसर से जंग लड़ रहे थे. दो साल पहले मार्च 2018 में इरफान को न्यूरो इंडोक्राइन ट्यूमर नामक बीमारी का पता चला था. इरफान खान के अचानक निधन से उनके फैंस और खेल जगत भी सदमे में हैं.
इरफान खान के अचानक चले जाने पर खेल जगत ने शोक जताया है. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने ट्वीट कर इरफान खान ने निधन पर अपना दुख प्रकट किया है. विराट कोहली के अलावा मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भी शोक जताया है, जो इरफान के अचानक जाने से हैरान हैं.
सचिन तेंदुलकर ने लिखा, 'इरफान खान के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ. वो मेरे पसंदीदा एक्टरों में से थे और मैंने उनकी लगभग सभी फिल्में देखी थीं.' उनकी आखिरी फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' मैंने देखी थी, उनकी एक्टिंग शानदार थी, भगवान उनकी आत्मा को शांति दे, उनके करीबियों के लिए मेरी संवेदनाएं'.
विराट कोहली ने लिखा, 'इरफान के जाने की खबर को सुनकर दिल को काफी दुख पहुंचा है, क्या कमाल का टैलेंट था उनके पास, अपने शानदार अभिनय से सभी के दिलों को छुआ था, उनके आत्मा को शांती मिले.'
खुद कैंसर के मुश्किल दौर से गुजर चुके भारत के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज युवराज सिंह ने लिखा, 'मैं इस यात्रा को जानता हूं, मैं इस दर्द को जानता हूं और मैं यह भी जानता हूं कि उन्होंने आखिरी समय तक लड़ाई की होगी. कुछ लोग भाग्शाली होते हैं जो बचने में कामयाब होते हैं और कुछ इतने भाग्यशाली नहीं होते. मुझे पता है कि इरफान खान आप बहुत ही बेहतर जगह पर होंगे. मेरी संवेदना आपके परिवार के साथ है. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.'
विदेश में इस बीमारी का इलाज कराकर इरफान खान ठीक हो गए थे. बीते दिनों ही उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. अस्पताल के मुताबिक, इरफान खान पेट की समस्या से जूझ रहे थे, उन्हें मलाशय संक्रमण (Colon infection) हुआ था. उनके परिवार में पत्नी सुतापा और दो बेटे बाबिल और अयान हैं.
परिवार को एक सप्ताह में लगा यह दूसरा झटका है. ‘मकबूल’ अभिनेता की 95 वर्षीय मां सईदा बेगम का चार दिन पहले ही जयपुर में इंतकाल हुआ था. अभिनेता कोरोना वायरस से निपटने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाए थे.
ये भी पढ़ें: बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान का निधन, 54 साल की उम्र में कैंसर के चलते तोड़ा दम
इरफान खान ने केवल देश में ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने अभिनय का लोहा मनवाया. इरफान खान को मलाशय संक्रमण के कारण मंगलवार को कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया था.
इरफान खान के निधन के संबंध में जारी एक बयान में कहा गया है, ‘यह काफी दुखद है कि आज हमें उनके निधन की खबर बतानी पड़ रही है. इरफान एक मजबूत इंसान थे, जिन्होंने अंत तक लड़ाई लड़ी और अपने संपर्क में आने वाले हर शख्स को प्रेरित किया. 2018 में एक दुर्लभ किस्म का कैंसर होने के बाद उन्होंने उससे लड़ाई लड़ी और जीवन के हर मोर्चे पर उन्होंने संघर्ष किया.’
बयान के अनुसार, ‘अपने प्रियजनों, अपने परिवार के बीच उन्होंने अंतिम सांस ली और अपने पीछे एक महान विरासत छोड़ गए. हम दुआ करते हैं कि उन्हें शांति मिले और हम उनके द्वारा कहे शब्दों को दोहराएंगे कि ‘ये इतना जादुई था, जैसे कि मैं पहली बार जिंदगी का स्वाद चख रहा था.’
इरफान की थी क्रिकेटर बनने की तमन्ना, इस एक झूठ के चलते बन गए एक्टर
फिल्म ‘पीकू’ के निर्देशक शूजित सिरकार ने अभिनेता के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, ‘मेरे प्रिय मित्र इरफान. तुम लड़े, लड़े और लड़ते रहे. मुझे हमेशा तुम पर गर्व रहेगा. हम दोबारा मिलेंगे. सुतापा और बाबिल को मेरी संवेदनाएं. तुमने भी लड़ाई लड़ी. सुतापा तुमने इस लड़ाई में अपना सब कुछ दिया. ओम शांति. इरफान खान तुम्हें सलाम.’
आईसीयू में भर्ती कराए जाने के बाद आज सुबह इरफान के निधन की खबर आई. राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता ने ‘लाइफ ऑफ पाई’, ‘द नेमसेक’ और ‘हासिल’ जैसी फिल्मों में अलग-अलग तरह के किरदार निभा अपने अभिनय से लोगों का दिल जीता. अभिनेता 2018 में बीमार होने के बाद इलाज के लिए ब्रिटेन चले गए थे और दुनिया से खुद को एकदम दूर कर लिया था. 2020 में उन्होंने ‘अंग्रेजी मीडियम’ से बड़े पर्दे पर वापसी की जो कि उनकी आखिरी फिल्म भी साबित हुई.
aajtak.in