भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के कप्तान अजिंक्य रहाणे ने रविवार को 'आज तक' से खास बातचीत की. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अपनी कप्तानी से सबको प्रभावित करने वाले रहाणे ने कहा कि एडिलेड में 36 रन पर ऑल आउट के बाद टीम ने इसे चुनौती के तौर पर लिया. हमारा एक घंटा खराब रहा और हम मैच हार गए, लेकिन सीरीज के आगे के मैचों में टीम ने अच्छा किया और हम सीरीज जीतने में कामयाब हुए.
बता दें कि एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरी पारी में महज 36 रनों पर ऑलआउट हो गई थी. कंगारू टीम ने ढाई दिन के अंदर भारत को 8 विकेट से मात देकर सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली थी. विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज को बीच में छोड़ कर भारत लौट चुके थे, लेकिन कोहली की जगह कप्तानी करने वाले अजिंक्य रहाणे ने ऑस्ट्रेलियाई माइंड गेम से पार पाते हुए टीम को फिर से खड़ा कर दिया. टीम इंडिया ने रहाणे की कप्तानी में मेलबर्न में जबरदस्त वापसी की.
अजिंक्य रहाणे ने टीम इंडिया की अगुवाई करते हुए मेलबर्न में शानदार शतक ठोका. रहाणे ने टीम इंडिया को कंगारुओं पर 8 विकेट से धमाकेदार जीत दिला दी. मेलबर्न टेस्ट की शतकीय पारी को लेकर रहाणे ने कहा कि इस मैच में बल्लेबाजी से पहले उन्होंने सचिन तेंदुलकर की 1999 में 116 रन की पारी का वीडियो करीब 10 बार देखा था. मेलबर्न में 1999 में सचिन ने 116 रन की पारी खेली थी. हालांकि ये मैच टीम इंडिया 180 रनों से हार गई थी. दूसरी पारी में सचिन ने 52 रन की पारी खेली थी. वो मैन ऑफ द मैच चुने गए थे.
परमानेंट टेस्ट कप्तान बनाने की मांग
भारत और विदेशों के कई पूर्व क्रिकेटरों ने अजिंक्य रहाणे की कप्तानी की तारीफ की और उन्हें विराट कोहली की जगह परमानेंट टेस्ट कप्तान बनाने की मांग की है, लेकिन रहाणे की राय बिलकुल अलग है. अजिंक्य रहाणे का कहना है कि कप्तानी को लेकर उनके और विराट कोहली के बीच कोई टक्कर नहीं है.
'आजतक' के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में रहाणे ने कहा, 'टेस्ट में कप्तानी को लेकर मेरे और विराट कोहली के बीच में कोई मुकाबला नहीं है. जब विराट कप्तान होते हैं, तो उनका मकसद होता है टीम इंडिया को जीत दिलाना. जब मैं कप्तान बना तो मैंने भी वही किया जो विराट कोहली बतौर कप्तान करते थे.'
अजिंक्य रहाणे ने कहा, 'हम दोनों सिर्फ टीम इंडिया को जीत दिलाना चाहते हैं. भले ही कप्तान कोई भी हो. ऐसे भी कप्तानी को लेकर हम दोनों में कोई कॉम्पिटिशन नहीं है. इंग्लैंड के खिलाफ विराट कोहली एक बार फिर से टीम इंडिया की कमान संभालेंगे और मैं उपकप्तान की जिम्मेदारी लूंगा. इस तरह हम सभी चाहते हैं कि टीम इंडिया को जीत मिले, चाहे कप्तान कोई भी बने.'
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