1983 ODI World Cup: 1983 विश्व कप जीत के बारे में 'आजतक' से बात करते हुए मोहिंदर अमरनाथ ने कहा कि उस टूर्नामेंट का हर पल खास है. अमरनाथ ने 1983 विश्व कप टूर्नामेंट के फाइनल में मजबूत वेस्टइंडीज पर भारत की ऐतिहासिक जीत की 38वीं वर्षगांठ पर कहा कि यह टीम की मेहनत थी, जिसने भारत को ट्रॉफी तक पहुंचाया.
अमरनाथ ने कहा, "सब कुछ यादगार था. हम सभी एक टीम की तरह खेले, सभी ने अपनी भूमिका निभाई, जब भी किसी को प्रदर्शन करना था, उसने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया." वहीं 1983 की विजेता टीम का हिस्सा रहे कीर्ति आजाद ने कहा कि यह जीत भारत के क्रिकेट में महाशक्ति बनने की दिशा में अहम कदम थी. 1983 ने मूल रूप से भारत को एक क्रिकेट महाशक्ति बना दिया.
1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य मोहिंदर अमरनाथ ने मैच में गेंद से कमाल दिखाया था. उन्होंने तीन विकेट लिए. उन्होंने कहा कि जब हम फाइनल में पहुंचे तब वेस्टइंडीज की तरह ही खेल में अच्छे हो चुके थे.
उन्होंने कहा कि 'मैच में सभी का योगदान रहा. एक व्यक्ति कुछ भी नहीं जीत सकता, चाहे वह संदीप की पारी हो, यशपाल की पारी हो, कपिल की पारी हो, रोजर बिन्नी का स्पैल हो या किरमानी का कैच हो, यह सब टीम वर्क था. विश्व कप हमने अपनी टीम के साथ जीता था. हर पल यादगार था, सच कहूं तो जब हम फाइनल में पहुंचे तो हमें लगा कि हम वेस्टइंडीज की तरह ही अच्छे हैं.'
गौरतलब है कि 25 जून 1983 को कपिल देव (Kapil Dev) की कप्तानी में भारत पहली बार वनडे विश्व चैंपियन बना था. विश्व कप के फाइनल में भारतीय टीम ने बेहद मजबूत वेस्टइंडीज को 43 रन से शिकस्त दी थी. इस ऐतिहासिक जीत के 38 साल पूरे हो गए हैं, लेकिन इस टीम के सदस्यों और भारतीय फैंस के दिलों में आज भी इसकी यादें ताजा हैं.
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