रुपये और रुबल में लेनदेन पर पुतिन ने कहा कि रुपये और रुबल में भुगतान को लेकर कोई बाधा नहीं है. यह मुख्य रूप से अर्थव्यवस्था का मामला है और हमारे बीच असंतुलित कारोबार मौजूद है। उदाहरण के तौर पर भारत को तेल और उससे बने उत्पाद की जरूरत है जबकि रूस को भारत में बने उर्वरक की आवश्यकता है।