पूर्व राजनयिक अनिल त्रिगुणायत का कहना है कि बांग्लादेश के राजनीतिक परिदृश्य में पिछले अठारह महीने में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं. मोहम्मद युनूस, जिन्हें शांति और लोकतंत्र के लिए लाया गया था, अब सत्ता पर ऐसे काबिज हैं कि उन्हें छोड़ना नहीं चाहते. देश की अर्थव्यवस्था कमजोर हो रही है और रोजगार के अवसर कम हो रहे हैं जिससे युवाओं में असंतोष बढ़ रहा है.