भोपाल में अखिल भारतीय किरार सम्मेलन के मंच पर वह बात सामने आ गई, जिसे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछले दो साल से दिल में दबाए हुए थे. 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बावजूद मुख्यमंत्री नहीं बनाए जाने पर शिवराज सिंह चौहान ने पहली बार खुलकर स्वीकार किया कि यह उनके लिए परीक्षा की घड़ी थी.