साल 2000, जब रिलायंस इंडस्ट्री के फाउंडर धीरुभाई अंबानी का देहांत हुआ और उनके बेटे मुकेश और अनिल को विरासत में मिला रिलायंस का कारोबार लेकिन, कुछ ही सालों में दोनों भाइयों के बीच कड़वाहट बढ़ गई,बात बंटवारे तक पहुंच गई.