नरक चतुर्दशी, जिसे रूप चतुर्दशी के नाम से भी जाना जाता है, इस दिन स्नान और दीपदान का विशेष महत्व होता है. इस दिन चंद्रमा की रोशनी में ताजे या ठंडे जल से स्नान किया जाता है. ऐसे स्नान से न केवल सौंदर्य में वृद्धि होती है बल्कि स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं भी दूर हो जाती हैं.