लोकतंत्र को जिंदा और स्वस्थ बनाए रखना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है, भले ही मौसमी विपक्ष हो. इसके लिए हमें अपने मुद्दों को खुलकर उठाना होगा और चर्चा करनी होगी. हमें जनता के बीच जाकर अपनी बात कहनी होगी और अपनी आवाज़ को सड़कों तक पहुँचाना होगा.