मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में सच्ची दोस्ती की अनूठी मिसाल सामने आई है. पेशे से किसान अंबालाल प्रजापत ने अपने दिवंगत मित्र सोहनलाल जैन की अंतिम इच्छा को पूरा करते हुए उनकी शव यात्रा में नृत्य किया. दरअसल सोहनलाल ने अंबालाल को पत्र लिखकर कहा था कि उनकी मृत्यु के बाद अंतिम यात्रा में रोना-धोना न हो, बल्कि ढोल-नगाड़ों और नृत्य के साथ उन्हें खुशी-खुशी विदाई दी जाए.