संसद का मॉनसून सत्र काफी हंगामेदार रहा था.लोकसभा में चर्चा के लिए 120 घंटे का वक्त तय था, लेकिन सिर्फ 37 घंटे की चर्चा हो सकी.मॉनसून सत्र के आखिरी दिन सांसद ने सदन में गतिरोध के लिए सांसदों के वेतन में कटौती की मांग करते हुए संसद भवन परिसर में प्रोटेस्ट किया है.