'डॉक्टर अपनी बीमारी की बात तो मैं 12 साल से जानता हूं, मैंने इसको सिर्फ इसलिए जाहिर नहीं किया था कि हिंदू मेरी मौत का इंतजार ना करने लगें.ये बयान था पाकिस्तान को गढ़ने वाले मोहम्मद अली जिन्ना का, दरअसल जब 1948 की जुलाई में डॉक्टर ने जिन्ना को उनके टीबी रोग से जकड़े होने की खबर सुनाई तो उन्होंने बिना चौके, बिना तनाव के ये जवाब दिया था.