प्रशांत किशोर ने कहा कि महागठबंधन की लड़ाई केवल लूट और सीटों की होड़ है. चुनाव जीतने पर उनके व्यवहार और भ्रष्टाचार का इतिहास चिंताजनक है. राजद पर पंद्रह सालों तक राज्य की दुर्दशा और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया.