राजधानी दिल्ली में एक ऐसा भी बाजार है, जिसकी पहचान यहां की खूशबू से होती है. ये बाजार है खारी बावली, जो कि एशिया का सबसे बड़ा मसाला बाजार है. यहां से तरह-तरह के मसाले आयत और निर्यात किए जाते हैं. सन् 1905 के बाद ऐसा पहली बार है, जब सरकार द्वारा इस बाजार का पुनर्विकास या नवीनीकरण (Re-development) किया जा रहा है. क्या इस बाजार के पुनर्विकास का फैसला सही है? अगर है तो कितना? क्या वाकई इस बाजार को पुनर्विकास की जरूरत है? इन सवालों का जवाब जानने के लिए आजतक ने बात की खारी बावली बाजार के कारोबारियों से. क्या रहे इन स्थानीय कारोबारियों के जवाब, जानने के लिए देखें ये वीडियो.