बिहार के राजनीतिक इतिहास में वोटिंग प्रतिशत और सत्ता परिवर्तन के बीच गहरा संबंध रहा है. 1967 में जब वोटिंग प्रतिशत सात प्रतिशत से बढ़ा, तब कांग्रेस सत्ता से बाहर हो गई और संयुक्त विधायक दल की सरकार बनी.