इंडिया गेट पर अब अमर जवान ज्योति नहीं दिखेगी. इसे नेशनल वॉर मेमोरियल की ज्योति के साथ विलय कर दिया गया है. एयर मार्शल बालभद्र राधाकृष्ण की अध्यक्षता में यह समारोह हुआ. कार्यक्रम को सेना के कई अधिकारियों ने मिलकर पूरा किया. पहले सेना के अधिकारियों ने अमर जवान ज्योति पर जवानों को श्रद्धांजलि दी. इसके बाद मशाल को नेशनल वॉर मेमोरियल की ओर ले गए. बता दें, साल 1972 में ये ज्योति जलाई गई थी. देखें ये वीडियो.