SpaceKidz India वही निजी स्पेस कंपनी है, जिसने सतीश धवन सैटेलाइट के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर अंतरिक्ष में भेजी थी. इस कंपनी ने हाल ही में यंग साइंटिस्ट इंडिया (Young Scientist India) नाम की प्रतियोगिता कराई. जिसमें कक्षा 8वीं से 12वीं तक के बच्चों ने भाग लिया. इस प्रतियोगिता का मकसद है बच्चों के बीच विज्ञान को लेकर जागरुकता फैलाना, ताकि वो वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़े. विज्ञान संबंधी करियर में अपना भविष्य खोज सकें.
अब तक 18 बैलून सैटेलाइट्स, 2 सब-ऑर्बिटल सैटेलाइट्स और 3 ऑर्बिटल सैटेलाइट्स अंतरिक्ष में छोड़ने वाली SpaceKidz India की सीईओ डॉ. श्रीमति केसन ने बताया कि यह प्रतियोगिता पूरे देश के लिए आयोजित की गई थी. बच्चों से अलग-अलग विषयों पर इनोवेशन मांगे गए थे. प्रतियोगिता को पांच हिस्सों में बांटा गया था- कृषि (Agriculture), एप डेवलपमेंट (App Development), इलेक्ट्रॉनिक्स (Electronics), रोबोटिक्स (Robotics) और स्पेस साइंस (Space Science). इसमें निजी और सरकारी स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया.
डॉ. श्रीमति केसन ने बताया कि इस प्रतियोगिता में पूरे देश से करीब 1200 बच्चों ने भाग लिया. जिसमें विजेताओं को चुना गया है. सरकारी स्कूलों की श्रेणी में सेकेंड रनर अप रही हैं तमिलनाडु के एसवीजी स्कूल की स्टूडेंट हरिप्रिया, फर्स्ट रनर अप रहे हैं केरल के जीएचएसएस मनाथला के मोहम्मद सफुवान. दो छात्र विजेता घोषित हुए हैं- केरल के पल्लिपुरम सीआरपीएफ केंद्रीय विद्यालय की लेना लेनिन और तमिलनाडु के चिन्मय विद्यालय पीएसीआर मैट हायर सेकेंडरी स्कूल के एस. राम वियास.
निजी स्कूलों की श्रेणी में फर्स्ट रनर अप रहे हैं तेलंगाना के पारामिता हेरिटेज स्कूल के मुजीब सैयद मेहताब. यहां पर विजेता रहे हैं, ओडिशा के दिल्ली पब्लिक स्कूल की संचिता किरण और नोएडा के एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की हर्षिता प्रसाद. हरियाणा के विसडम वर्ल्ड स्कूल के अनीश कुमार को निजी श्रेणी में स्पेशल अवॉर्ड दिया गया है.
विजेताओं को 50 हजार रुपये, फर्स्ट रनर अप को 30 हजार और सेकेंड रनर अप को 10 हजार रुपए का पुरस्कार, ट्रॉफी और सर्टिफिकेट दिया गया है. तमिलनाडु के स्कूली शिक्षा मंत्री थीरू अनबिल महेश पोय्यामोझी ने बच्चों को सम्मान दिया. इस मौके पर गेस्ट ऑफ ऑनर हेक्सावेयर कंपनी की सीएसआर प्रमुख अम्बेरिन मेमन और विशेष अतिथि शतरंज की वुमन ग्रैंडमास्टर और इंटरनेशनल मास्टर आर. वैशाली मौजूद थीं.
डॉ. केसन ने बताया कि इस प्रतियोगिता को कराने में नीति आयोग और अटल इनोवेशन मिशन के तहत हमें सरकार ने मदद की थी. वहीं हेक्सावेयर कंपनी विजयी बच्चों विज्ञान में करियर बनाने में गाइडेंस और मौका देगी.
ऋचीक मिश्रा