समुद्र में उतरा भीमकाय रॉकेट और हुआ जोरदार धमाका... SpaceX का 10वां स्टारशिप टेस्ट सफल

स्पेसएक्स की असल कोशिश यही है कि सुपर हेवी बूस्टर और स्टारशिप को हर लॉन्च के बाद दोबारा इस्तेमाल किया जा सके, जिससे अंतरिक्ष यात्रा का खर्च काफी घट जाए. आगे चलकर कंपनी की योजना है कि बूस्टर को जमीन पर मौजूद टावर से सीधे कैच किया जाए. हालांकि इस बार उसे समुद्र में गिराने का फैसला लिया गया, क्योंकि यह तरीका ज्यादा सुरक्षित था.

Advertisement
स्पेसएक्स का यह फ्लाइट टेस्ट पूरी तरह सफल रहा. (Photo: Screengrab) स्पेसएक्स का यह फ्लाइट टेस्ट पूरी तरह सफल रहा. (Photo: Screengrab)

aajtak.in

  • वॉशिंगटन,
  • 27 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 8:13 AM IST

एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स ने बुधवार को एक और बड़ी कामयाबी हासिल की, जब उसके स्टारशिप रॉकेट की टेस्ट फ्लाइट सफल रही. इसमें सुपर हेवी बूस्टर ने मेक्सिको की खाड़ी (Gulf of Mexico) में कंट्रोल्ड स्प्लैशडाउन किया. यह लॉन्च टेक्सास के बोका चीका स्थित स्पेसएक्स के स्टारबेस सेंटर से हुआ. इस उड़ान ने कंपनी की उस कोशिश को और आगे बढ़ाया जिसमें स्टारशिप के दोनों हिस्सों (बूस्टर और ऊपर वाला स्टेज) को पूरी तरह से बार-बार इस्तेमाल करने लायक बनाया जा रहा है.

Advertisement

लॉन्च के तुरंत बाद सुपर हेवी बूस्टर और स्टारशिप का ऊपरी हिस्सा अलग हो गए. इसके बाद बूस्टर ने हवा में गोते खाते हुए इंजन बर्न करके अपनी दिशा को कंट्रोल किया. इस बार कंपनी ने जमीन पर लैंडिंग या टावर से पकड़ने की कोशिश नहीं की, बल्कि जानबूझकर बूस्टर को समुद्र में उतारा. इस तरीके से इंजीनियरों को बूस्टर के इंजन दोबारा चालू होने और हवा में संतुलन बनाने की असली स्थितियों की अहम जानकारी मिली, वो भी बिना किसी ढांचे या उपकरण को नुकसान पहुंचाए.

हिंद महासागर में स्टारशिप का स्प्लैशडाउन

इधर, स्टारशिप का ऊपरी हिस्सा उड़ान जारी रखते हुए लगभग ऑर्बिट की रफ्तार तक पहुंच गया. इसके बाद उसने दोबारा इंजन चालूकर हाई-स्पीड री-एंट्री टेस्ट किया और प्लान के मुताबिक हिंद महासागर में स्प्लैशडाउन किया. इस मिशन से पहले की उड़ानों में कंपनी ने धीरे-धीरे स्टेज सेपरेशन, हीट शील्ड की मजबूती और इंजन परफॉर्मेंस जैसी चीजों में सुधार दिखाया था.

Advertisement

रीयूजेबल स्टारशिप सिस्टम का सपना
 
स्पेसएक्स का बड़ा लक्ष्य है कि बूस्टर और स्टारशिप दोनों को बार-बार इस्तेमाल किया जा सके, ताकि लॉन्च की लागत बहुत कम हो जाए. आने वाली उड़ानों में बूस्टर को जमीन पर टावर से पकड़ने की कोशिश होगी, लेकिन इस बार का स्प्लैशडाउन ज्यादा सुरक्षित तरीका था और कई अहम तकनीकें टेस्ट हो गईं.

(Photo: SpaceX)

यह 10वां टेस्ट फ्लाइट था और यह दिखाता है कि स्पेसएक्स धीरे-धीरे लेकिन लगातार अपने सबसे बड़े प्रोजेक्ट- पूरी तरह से रीयूजेबल स्टारशिप सिस्टम- को हकीकत बना रहा है. यही सिस्टम नासा के आर्टेमिस लूनर लैंडिंग प्रोग्राम और एलन मस्क के मंगल पर इंसानों को भेजने के सपने की नींव है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement