क्या आप जानते हैं कि आपका शरीर – हड्डियां, खून, सांस – सब पुराने तारों से आया है? वैज्ञानिक कहते हैं, हम सब स्टारडस्ट हैं. यानी तारों की धूल से बने हैं. क्योंकि आपके शरीर 7 ऑक्टिलियन एटम यानी परमाणु हैं. 7 ऑक्टिलियन मतलब 7 के पीछे 27 जीरो लगा दें. अगर इसको करोड़ में बदले तो भी संख्या 700,000,000,000,000,000,000 करोड़ होती है. यानी पूरे ब्रह्मांड से आए हुए कणों ने मिलकर आपको बनाया है.
आपका शरीर परमाणुओं का एक बड़ा समूह है. एक औसत इंसान (70 किलो वजन वाला) के शरीर में लगभग 7 अक्टिलियन परमाणु होते हैं. ये परमाणु हर पल बदलते रहते हैं. आप सांस लेते हैं. खाना खाते हैं – हर बार नए परमाणु जुड़ते हैं. ये परमाणु अरबों साल पुराने हैं. वे पृथ्वी पर नहीं बने, बल्कि ब्रह्मांड में बने हैं.
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आपका शरीर 21 रासायनिक तत्वों से बना है. लेकिन 99% हिस्सा सिर्फ 6 तत्वों से आता है.
आइए, वजन के हिसाब से देखें...
अब संख्या के हिसाब से (परमाणुओं की गिनती)...
बाकी 1% तत्व जैसे लोहा (Fe) खून में, पोटैशियम (K) नसों में. कुल 96% शरीर सिर्फ 4 तत्वों (O, H, C, N) से बना है.
ये तत्व पृथ्वी पर नहीं बने. ब्रह्मांड की शुरुआत बिग बैंग से हुई, 13.8 अरब साल पहले.
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उस समय सिर्फ हल्के तत्व बने: हाइड्रोजन (H), हीलियम (He) और थोड़ा लिथियम (Li). हाइड्रोजन आपके शरीर का 60% हिस्सा है (संख्या से) – यह लगभग ब्रह्मांड जितना पुराना है. बाकी भारी तत्व तारों में बने. वैज्ञानिक इसे स्टेलर न्यूक्लियोसिंथेसिस कहते हैं.
तारे हाइड्रोजन को गर्म करके भारी तत्व बनाते हैं. जैसे: कार्बन, नाइट्रोजन, ऑक्सीजन: छोटे तारों के अंदर फ्यूजन से. कैल्शियम, फॉस्फोरस बड़े तारों में बने हैं.
जब तारा मरता है, तो सुपरनोवा विस्फोट होता है. यह तत्वों को अंतरिक्ष में बिखेर देता है. आपके शरीर के 93% हिस्से के तत्व तारों से आए हैं. 1.50 लाख तारों का अध्ययन बताता है – हम सच में स्टारडस्ट हैं. लोहा? यह तारों के केंद्र में बना, सुपरनोवा से फैला. आपके खून में लोहा अरबों साल पुराना है.
पुराने तारे हाइड्रोजन और हीलियम से बने. नए तारे उनसे ज्यादा धातु वाले हैं. ये तत्व बादल बने. सौर मंडल बना. पृथ्वी बनी. फिर पेड़, जानवर, इंसान. आपकी हर सांस में ऑक्सीजन तारों की वजह से आई है. 99% तत्व तारों या सुपरनोवा से. आप ब्रह्मांड का हिस्सा हैं – न छोटे, न अलग.
आजतक साइंस डेस्क