आज चैत्र नवरात्र का चौथा दिन है और आज मां कूष्मांडा देवी की पूजा होती है. ऐसी मान्यता है कि मां कूष्मांडा की सच्चे मन से पूजा करने पर सारे दुख दूर होते हैं. ये नवदुर्गा का चौथा स्वरूप है. इनकी आठ भुजाएं है. इनके सात हाथों में क्रमश: कमंडल, धनुष, बाण, कमल पुष्प,कलश, चक्र और गदा है. आठवें हाथ में सभी सिद्धियां और निधियों को देने वाली माला है. ज्योतिष के जानकारों की मानें तो देवी के इस स्वरूप की उपासना से कुंडली के बुध से जुड़ी परेशानियां दूर हो सकती है. इनकी उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक नष्ट हो जाते हैं. मां कूष्मांडा की पूजा के लिए पंडित शैलेंद्र पांडेय ने संपूर्ण विधि विधान बताया.
On the fourth day of Navaratri, Goddess Kushmanda is worshipped to get blessings and bring fortune and luck to the devotees. Watch video to know more.