ज्योतिष में तीन राशियां अग्नि तत्व की राशियां मानी जाती हैं. ये राशियां हैं- मेष, सिंह और धनु. इन राशियों के अंदर ऊर्जा और अग्नि काफी मात्रा में होती है. इन राशियों के लिए सूर्य सबसे महत्वपूर्ण होता है. ये राशियां साहस, नेतृत्व और क्रोध की राशियां मानी जाती हैं.
मेष राशि के जातकों की खूबियां- मेष राशि के जातक स्पष्टवादी, सीधे और नेतृत्व करने वाले होते हैं. ये उत्सुक, ऊर्जावान और स्वतंत्र विचारों वाले होते हैं. इसका स्वभाव लोगों से प्रेम करने का होता है. इस राशि के लोग अपना काम पूरी सतर्कता के साथ करते हैं. इस राशि के लोग बहुत जिंदादिल होते हैं. ये अपनी मौजूदगी से पूरे माहौल को खुशनुमा बना देते हैं. मेष राशि के जातक बहुत ही साहसी किस्म के होते हैं. परिस्थिति कितनी भी कठिन हो, मेष राशि के लोग चुनौतियों का सामना करने से बिल्कुल घबराते नहीं हैं. मेष राशि में सूर्य बलवान स्थिति में होता है और इस राशि में गुरु हो तो जातकों को शुभ फल की प्राप्ति होती है.
मेष राशि के जातकों की कमियां- इस राशि के कुछ जातक जिद्दी स्वभाव के होते हैं. इन लोगों को अपना भेद खुल जाने का हमेशा डर रहता है. इस राशि के लोगों को गुस्सा बहुत जल्दी आता है. अपने गुस्सैल स्वभाव की वजह से इनका किसी ना किसी से विवाद चलता रहता है. ये लोग तब तक अपनी गलती नहीं मानते, जब तक उन्हें भारी नुकसान ना उठाना पड़ जाए. इस राशि के जातकों को चीजों को बीच में ही छोड़ देने की आदत होती है. मेष राशि में जब शनि स्थित होता है तो यह अशुभ फल देता है. इसकी वजह से ये कई ऐसे काम कर बैठते हैं जिससे इन्हें हानि उठानी पड़ती है.
मेष की मित्र और शत्रु राशियां- मेष राशि के जातकों की कुंभ राशि से बहुत अच्छी बनती है. इसके अलावा सिंह, धनु और मिथुन राशि से भी मेष राशि की मित्रता रहती है. वहीं मेष राशि के जातकों का मिथुन राशि से अक्सर विवाद रहता है. कर्क और मकर के साथ भी मेष राशि की नहीं बनती है. इस राशि के जातकों को कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों से सतर्क रहना चाहिए.
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