साल 2019 का आखिरी सूर्य ग्रहण आज सुबह 8 बजे लग चुका है. यह एक वलयाकार ग्रहण है जो धनु राशि और मूल नक्षत्र में लगा है. 144 साल बाद ऐसे संयोग बन रहे हैं जब इस राशि में सूर्य के साथ चन्द्रमा, बुध, गुरु, शनि और केतु होंगे. आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण के दौरान आपको किन चीजों का परहेज करना है.
1. कुंडली में दोष हो तो ग्रहण के समय व्याक्ति करे बाहर नहीं निकलना चाहिए. खासकर जिनकी राशि में राहु-केतु का प्रभाव ज्यादा हो.
2. ग्रहण की अवधि में पति-पत्नी को शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए. ऐसा करने से आपके घर की सुख-शांति तबाह हो सकती है.
3. सूर्य ग्रहण के दौरान और सूतक लगने के बाद शुभ कार्य भी नहीं किए जाने चाहिए ऐसी मान्यता है. भारत पर इस ग्रहण का पूरा प्रभाव पड़ेगा तो कुछ धार्मिक रीति-रिवाज यहां पूरी तरह वर्जित होंगे.
4. ग्रहण के समय तेल मालिश नहीं करनी चाहिए. ऐसा करने से त्वचा संबंधी परेशनियों का सामना करना पड़ सकता है.
5. सूर्य ग्रहण में तुलसी की पत्तियों का भी बड़ा महत्व होता है. इस अवधि में तुलसी को पत्ते को तोड़ना या काटना अशुभ माना जाता है. किसी भी चीज में डालने के लिए पत्तियों को पहले ही तोड़कर रख लें.
6. सूर्य ग्रहण की अवधि में भोजन की भी मनाही होती है. खासतौर पर मदिरा-पान या मांस-मछली खाना बहुत अशुभ माना जाता है.
7. मशीनों का उपयाग और देवी-देवताओं की प्रतिमा के दर्शन नहीं करने चाहिए. ग्रहण के दौरान मंदिरों के कपाट भी बंद रहते हैं.
8. ग्रहण के समय नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव ज्यादा रहता है. इसलिए गर्भवती महिलाओं को बाहर नहीं निकलना चाहिए.
9. ग्रहण के दौरान गर्भवति महिलाओं को सब्जी काटने, कपड़े सिलना या किसी भी नुकीली चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
10. ग्रहण काल खत्म होने के बाद गर्भवति महिलाओं को स्नान जरूर करना चाहिए. ऐसा न करने से बच्चों को त्वचा संबंधी रोग हो सकता है.