साल का अंतिम सूर्य ग्रहण आज सुबह 8 बजे से लग चुका है. इस ग्रहण का सूतक काल 25 दिसंबर रात 8 बजकर 17 मिनट पर शुरू हो गया था. यह सूर्य ग्रहण भारत समेत कई देशों में दिख रहा है.
ग्रहण काल आज सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजकर 36 मिनट तक रहेगा. ग्रहण काल की अवधि 5 घंटे 36 मिनट की होगी. सूतक समय को सामान्यता अशुभ मुहूर्त समय के रूप में प्रयोग किया जाता है.
सामान्य शब्दों में इसे एक ऐसा समय कहा जा सकता है, जिसमें शुभ कार्य करने
वर्जित होते है. धार्मिक नियमों के अनुसार ग्रहण के 12 घंटे से पूर्व ही
सूतक समय आरम्भ हो जाता है.
PHOTO- colleen pinski_NASA
यह ग्रहण समाप्ति के मोक्ष काल के बाद स्नान धर्म स्थलों को फिर से पवित्र करने की क्रिया के बाद ही समाप्त होता है.
सूर्य ग्रहण के 12 घंटे से पूर्व ही सूतक लगने के कारण मंदिरों के पट भी
बंद कर दिए जाते है. ऐसे में पूजा, उपासना या देव दर्शन नहीं किए जाते हैं.
सूर्य ग्रहण के 12 घंटे से पूर्व ही सूतक लगने के कारण मंदिरों के पट भी
बंद कर दिए जाते है. ऐसे में पूजा, उपासना या देव दर्शन नहीं किए जाते हैं.
सूर्य ग्रहण इस बार धनु राशि से लग रहा है. इसलिए धनु राशि में सूर्य, चंद्रमा, बुध, बृहस्पति, शनि और केतु रहेंगे. इन छह ग्रहों पर राहु की पूर्ण दृष्टि भी रहेगी.
ज्योतिषियों को मानना है कि भारत में सूर्य ग्रहण दिखेगा और इसका असर राशियों पर जरूर पड़ेगा. जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष हो और राहु-केतु की दशा चल रही हो उनके लिए भी यह ग्रहण अधिक प्रभावशाली होगा.
ग्रहण के दौरान कई तरह की सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है. खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को इस दौरान सावधान रहना होता है. गर्भवती महिलाओं को कहा जाता है कि वे ग्रहण के दौरान घर में ही रहें.
उन्हें ऐसे कमरे में जाने की सलाह देते हैं, जहां सूर्य की किरणें ना पहुंचे. चंद्र ग्रहण के दौरान भी ऐसे ही सावधानी बरतने के लिए कहा जाता है.