2020 का पहला चंद्र ग्रहण 11-12 जनवरी को पड़ने जा रहा है. इसे उपच्छाया (पेनुमब्रल) ग्रहण कहा जा रहा है. ये ग्रहण 10 जनवरी रात 10.39 से रात 02:40 तक दिखाई देगा. भारत के दृष्टिकोष से ये ग्रहण काफी अहम होगा. यूरोप, अफ्रीका, एशिया और ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में इसका ज्यादा असर होगा.
साल 2020 का पहला चंद्रग्रहण मिथुन राशि में लगने जा रहा है. इसलिए महिलाओं पर इसका असर सबसे ज्यादा होगा. काल पुरुष के तीसरे भाव में ग्रहण लगने की वजह से युद्ध की संभावनाएं भी बनेंगी. प्राकृतिक आपदाओं का संकट भी बढ़ सकता है.
भारत के दूसरे भाव में यह ग्रहण लगने जा रहा है. इससे स्पष्ट होता है कि भारत को आने वाले समय में बड़ी धन हानि हो सकती है. 29 फरवरी तक इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है.
इस चंद्र ग्रहण का असर धार्मिक आस्थाओं पर भी चोट करेगा. धर्म के मामले में उत्पात बढ़ सकते हैं, जिसमें बड़ा नुकसान होने की भी पूरी संभानवनाएं हैं. पितृ दोष से पीड़ित लोगों को इसमें ज्यादा नुकसान हो सकता है. आइए आपको बताते हैं कि इस चंद्र ग्रहण का सभी राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा.
मेष- यह ग्रहण आपके तीसरे भाव में लगने जा रहा है. भाई-बहनों से कहा सुनी और बदनामी के योग बन रहे हैं. मान-सम्मान में कमी होगी.
वृषभ- धन हानि के योग बन रहे हैं. आपके खर्चों में अचनाक बढ़ोतरी हो सकती है या व्यापार में बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है.
मिथुन- सबसे ज्यादा समस्या मिथुन राशि के जातकों को ही होने वाली हैं. शारीरिक और मानसिक सेहत खराब रहेगी. दांपत्य जीवन भी प्रभावित होगा. करीब 45 दिनों तक पार्टनर से झड़प या अनबन में पड़ने की गलती न करें.
कर्क- ये ग्रहण कर्क राशि के 12वें भाव में पड़ने जा रहा है. धन हानि की संभावना हैं. दुश्मनों के षडयंत्र कामयाब नहीं होंगे. विदेश से धन लाभ के योग बन रहे हैं. लेकिन स्वास्थ्य खराब होने की वजह से आर्थिक स्थिति भी बिगड़ सकती है. नसों या दांतों की समस्या का सामना करना पड़ सकता है.
सिंह- ये चंद्र ग्रहण सिंह राशि के 11वें भाव में पड़ने जा रहा है. सिंह राशि वालों को ये चंद्र ग्रहण लाभ जरूर देगा, लेकिन बड़े भाई-बहनों के साथ संबंध खराब होंगे. पढ़ाई-लिखाई में लगे छात्रों पर भी इसका बुरा असर देखने को मिल सकता है.
कन्या- ये ग्रहण कन्या राशि के 10वें भाव में लग रहा है. इस दौरान करियर या प्रोफेशन में बड़ी दिक्कत हो सकती है. पिता का स्वास्थ्य भी प्रभावित होगा. आर्थिक हानि होने के भी योग बन रहे हैं.
तुला- तुला राशि वालों के लिए ये ग्रहण दुर्भाग्य के योग बना रहा है. यानी आपके बने-बनाए काम बिगड़ेंगे. सही दिशा में होने वाली चीजें भी बिगड़ती चली जाएंगी. तुला राशि वालों को बेहद संभलकर रहने की जरूरत है.
वृश्चिक- ये चंद्र ग्रहण आपकी राशि के 8वें भाव में लग रहा है. सड़का दुर्घटना या तबियत खराब होने के योग बन रहे हैं. परिवार में किसी सदस्य की खराब सेहत के चलते बहुत ज्यादा धन खर्च हो सकता है.
धनु- 2020 का पहला चंद्र ग्रहण धनु राशि के 7वें भाव में होने जा रहा है. इस दौरान आपके पार्टनर की सेहत खराब हो सकती है. पारिवारिक कलह बढ़ेगा.
मकर- यह ग्रहण आपकी छठे भाव में पड़ रहा है. मकर राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण अच्छा है. शत्रुओं का दमन होगा. हालांकि थोड़े-बहुत खर्चे बढ़ सकते हैं.
कुंभ- यह चंद्र ग्रहण आपकी राशि के 5वें भाव में लगेगा. लव लाइफ में दिक्कतें आ सकती हैं और बच्चों की सेहत को भी नुकसान होगा. आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ सकता है.
मीन- यह ग्रहण आपके चौथे भाव में होने जा रहा है. घर में मां के स्वास्थ्य को होनि होगी. पारिवारिक कलह बढ़ सकते हैं और प्रॉपर्टी के मामले में बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है.
2020 में लगने वाले पहले चंद्र ग्रहण के प्रभाव को राशिनुसार उपाय कर दूर या कम किया जा सकता है. इसके लिए आपको नियमित रूप से कुछ विशेष उपाय करने होंगे.
मेष- मेष राशि पर पड़ने वाले चंद्र ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए गं मन्त्र 108 बार जपे तथा भगवान शिव के नमः शिवाय मंत्र का 3 माला जाप करें.
वृषभ- दूसरे भाव में चंद्र ग्रहण धन कुटुंब सम्बंधित वाद विवाद करवा सकता है इसलिए सफेद चीजों का दान करें जैसे सफेद कपड़ा चावल आदि.
मिथुन- यह चंद्र ग्रहण होगा स्वास्थ्य को लेकर परेशानी करवा सकता है इसलिए कच्चे दूध से रुद्राभिषेक अवश्य करवाएं
कर्क- चंद्रमा के मंत्र का जाप करें ॐ सोम सोमाय नमः
सिंह- खर्चों को रोकने के लिए दवा का दान करें और नमः शिवाय मंत्र का जाप करें.
कन्या- नौकरी के बदलाव भी हो सकता है शिवलिंग पर कच्चे दूध से अभिषेक करें.
तुला- सफेद चीजों के दान के साथ चंद्रमा के मंत्रों का जाप करें और अपनी माता को कोई सफेद चीज उपहार में दें.
वृश्चिक- भाग्य में रुकावट लाएगा चावल की खीर बनाकर शिवलिंग पर अर्पित करें
धनु- पंचाक्षरी मंत्र ॐ नमः शिवाय का 11 माला जाप करें.
मकर- जीवन साथी के साथ शिवलिंग की पूजा करें और शिवाष्टक का पाठ करें.
कुंभ- शिवलिंग पर दाएं हाथ से दूध चढ़ाएं और ॐ नमः शिवाय या नमः शिवाय का जाप करें तथा अपनी माता के चरण स्पर्श करें.
कुंभ- शिवलिंग पर दाएं हाथ से दूध चढ़ाएं और ॐ नमः शिवाय या नमः शिवाय का जाप करें तथा अपनी माता के चरण स्पर्श करें.
2020 में लगने वाले पहले चंद्र ग्रहण के दौरान कई खास बातों का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं आपको इस दौरान किन बातों का विशेष ध्यान रखना है.
ग्रहण के दौरान कोई भी नया काम शुरु न करें. चंद्र ग्रहण के शुरु होने से पहले खाने की सामग्री में तुलसी के पत्ते डालें. और तुलसी के पेड़ को ग्रहण के दौरान न छुएं.
चंद्र ग्रहण के दौरान आपको धार्मिक और प्रेरणादायक पुस्तकों को पढ़ना चाहिए. इनको पढ़ने से आपके अंदर से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाएगी.
इसके साथ ही मंत्रों के जाप करने से भी ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सकता है. इस अवधि में मंत्रों का जाप करना बेहद शुभ माना जाता है.
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को तेज धारदार औजारों जैसे चाकू, कैंची और छुरी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, इससे शीशु के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है.
इस समया देवी देवताओं की मूर्ति और तस्वीरों को भी नहीं छूना चाहिए.
ग्रहण के दौरान दांतून करने, बालों पर कंघी लगाने और मलमूत्र का त्याग करने से भी बचना चाहिए.
ग्रहण की समाप्ति के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए.
ग्रहण समाप्ति के बाद यदि आप जरुरतमंदों को जरूरी चीजें दान करते हैं तो इससे आपको अच्छे फलों की प्राप्ति होती है.
ग्रहण के दौरान : “ॐ क्षीरपुत्राय विद्महे अमृत तत्वाय धीमहि तन्नो चन्द्रः प्रचोदयात्” मंत्र का जाप करें.
चंद्र देव की पूजा करें और ध्यान लगाने की कोशिश करें.