Vastu Tips: क्या आपके डोरमैट पर भी लिखा है ‘Welcome’? जानें कब ये बिगाड़ सकता है आपके घर की एनर्जी

Vastu Tips: घर के दरवाजे पर वेलकम लिखा डोरमैट बिछा होना बहुत ही साधारण बात है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह साधारण सा शब्द कभी-कभी आपके भाग्य पर असर डाल सकता है. जानतें हैं वास्तु से जुड़े कुछ नियमों के बारे में.

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Welcome लिखा डोरमेट बिछाते हैं तो रखें ध्यान. (Photo: Pixabay) Welcome लिखा डोरमेट बिछाते हैं तो रखें ध्यान. (Photo: Pixabay)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 08 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 11:23 AM IST

Vastu Tips: हम सब अपने घर के मुख्य द्वार पर डोरमैट बिछाते हैं. आमतौर पर लोग इसे केवल सजावट या सफाई बनाए रखने का तरीका मानते हैं, ताकि घर में धूल-मिट्टी अंदर न आए और मेन डोर थोड़ा आकर्षक दिखे. लेकिन वास्तु शास्त्र में इस साधारण-सी लगने वाली चीज को ऊर्जाओं के प्रवाह से जोड़कर देखा जाता है. इसका रंग, आकार नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकता है. इसलिए सही रंग और आकार का होना जरूरी बताया गया है. 

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 ‘Welcome’ वाला डोरमैट बिछाना सही है?

वास्तु शास्त्र के अनुसार, मुख्य द्वार पर ‘Welcome’ लिखा होना न केवल सकारात्मक माना जाता है, बल्कि यह घर की ऊर्जा को शुद्ध और स्वागतयोग्य बनाता है. इसलिए Welcome लिखा डोरमेट भी शुभ माना जाता है. ‘Welcome’ शब्द इस बात का संकेत है कि घर के लोग दूसरों का सम्मान करते हैं. डोरमैट पर वेलकम लिखे होने से घर के आसपास एक अच्छी ऊर्जा का निर्माण होता है, जिससे घर में शांति, प्रेम, मेल-जोल और सौहार्द बढ़ता है. वास्तु शास्त्र कहता है कि जो शब्द हम देखते, पढ़ते और बोलते हैं, वे हमारे मन, विचार और वातावरण पर सीधा असर डालते हैं. इसलिए मुख्य द्वार पर लिखा हर शब्द घर की ऊर्जा को दिशा देता है. 

इन बातों का रखें ध्यान

वास्तु के मुताबिक अगर आप दरवाजे पर खड़े होकर नकारात्मक बातें सोचते हैं या कहते हैं, तो ‘Welcome’ शब्द की सकारात्मकता भी उलटी प्रभाव डाल सकती है. क्योंकि मुख्य द्वार की ऊर्जा बेहद संवेदनशील होती है. इसलिए दरवाजे पर खड़े होकर कभी झगड़ा, तनाव, या शिकायत वाली बातें न करें. हमेशा शांत, सकारात्मक और शुभ ही बोलें. 

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रंग और आकार डालते हैं गहरा प्रभाव

वास्तु के अनुसार डोरमैट का रंग भूरा होना अच्छा माना जाता है. यह पृथ्वी तत्व का रंग है. नकारात्मकता कम करता है. डोरमैट के लिए हरा रंग सबसे शुभ माना जाता है. यह रंग ताजगी, वृद्धि और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. यह रंग घर में हेल्दी एनर्जी लाता है. नीला रंग का डोरमैट लगाना भी अच्छा होता है. यह रंग  शांति, सौभाग्य और संतुलन का संकेत है. 

अगर आपका दरवाजा उत्तरी या उत्तर-पूर्व दिशा में स्थित है तो पीला रंग का डोरमैट लगाएं. इससे घर में सकारात्मक विचार बढ़ता है. 

दक्षिण या पूर्व दिशा के दरवाजों के लिए  काला रंग का डोरमैट शुभ होता है. इसे बिछाते समय कुछ सावधानी बरतनी बेहद जरूरी होती है. काले रंग को निगेटिव ऊर्जा वाला माना जाता है. इसलिए इस बात का धयान रखें कि काले रंग का डोरमेट बिछाते समय इस पर वेलकम या कोई भी शुभ चिन्ह ना हो. 

कैसा हो आकार

डोरमैट का आकार आयताकार होना सबसे शुभ होता है. गोल बड़े दरवाजे पर ही लगाना शुभ माना जाता है. कोयर (नारियल रेशा) का डोरमैट नकारात्मक ऊर्जा रोकने में अत्यंत प्रभावी होता है. जूट या कपड़े का डोरमैट भी अच्छा माना जाता है. रबर के डोरमैट को कभी भी दरवाजे पर नहीं लगाना चाहिए. यह ऊर्जा को रोक देता है, और घर के दरवाजे पर निगेटिव ऊर्जा को जमा कर देता है. 

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