Vastu Shastra: वास्तु शास्त्र के अनुसार, मां लक्ष्मी सदैव उस घर में निवास करती हैं जहां स्वच्छता और सकारात्मक ऊर्जा का वास हो. कहा जाता है कि जिस घर में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है, वहां सुख-समृद्धि, शांति और उन्नति बनी रहती है. इसके विपरीत, अगर घर के कुछ स्थान गंदे रहें, तो इससे न सिर्फ नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है, बल्कि मानसिक तनाव, कलह और आर्थिक मुश्किलें भी पैदा हो सकती हैं. इसलिए वास्तु शास्त्र में घर की कुछ खास जगहों को हमेशा साफ और व्यवस्थित रखना बेहद बेहद जरूरी माना गया है. जानते हैं वे 6 महत्वपूर्ण स्थान, जिन्हें गंदा छोड़ देना वास्तु के अनुसार अशुभ माना जाता है
मुख्य प्रवेश द्वार
मुख्य दरवाजा सकारात्मक ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत भी होता है. यहीं से सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है. अगर यह स्थान गंदा हो, जूते-चप्पलों से भरा हो या अव्यवस्थित हो, तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश बढ़ता है.
रसोईघर
रसोई घर की सेहत और समृद्धि का केंद्र माना जाता है. यहां गंदगी रहना अग्नि तत्व को कमजोर करता है. इससे आर्थिक बाधाएं उत्पन्न हो सकती हैं. चूल्हा, बर्तन और स्लैब हमेशा साफ रखने की सलाह दी जाती है.
पूजा स्थल
पूजा का स्थान घर की आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र होता है. यहां गंदगी रहना अत्यंत अशुभ माना जाता है. धूल, जाले या अव्यवस्था सकारात्मक ऊर्जा को बाधित करते हैं और मन में अशांति पैदा कर सकते हैं.
बाथरूम और टॉयलेट
इन जगहों में गंदगी जमना नकारात्मक ऊर्जा का सबसे बड़ा कारण माना जाता है. वास्तु के अनुसार गंदे बाथरूम से स्वास्थ्य समस्याएं और मानसिक तनाव बढ़ सकता है. इसलिए इन्हें रोजाना साफ रखना जरूरी है.
घर का उत्तर-पूर्व दिशा का कोना
इसे वास्तु में सबसे शुभ दिशा माना गया है. यहां गंदगी, अनावश्यक सामान या अव्यवस्था जमा होने से घर की पूरी सकारात्मक ऊर्जा पर असर पड़ता है. इस दिशा को हमेशा हल्का, साफ और खुला रखना अत्यंत शुभ माना जाता है.
बेडरूम
दिनभर की थकान के बाद सुकून देने वाली जगह बेडरूम है, इसलिए इसका साफ-सुथरा होना जरूरी है. बिस्तर ठीक तरह से लगा हो, कपड़े सही जगह रखें और बिस्तर के नीचे कबाड़ बिल्कुल न रखें. अव्यवस्था बेडरूम की शांति और सकारात्मक ऊर्जा को प्रभावित करती है.
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