Vastu Shastra Tips: नहीं हो रहा धन लाभ तो अपनाएं ये टिप्स, बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा!
वास्तु के कुछ ऐसे उपाय भी हैं जिन्हें आजमाकर आप जीवन में जितनी परेशानियां आ रही हैं, उनसे आराम पा सकते हैं और पैसे से जुड़ी दिक्कतों को दूर कर सकते हैं. आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में...
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Vastu Shastra
श्रुति द्विवेदी
नई दिल्ली,
08 जनवरी 2021,
अपडेटेड 11:47 AM IST
वास्तु अपने आप में एक संपूर्ण ज्ञान है. माना जाता है कि जो लोग वास्तु में विश्वास रखते हैं वो इसका महत्व बखूबी जानते हैं. हमारा जीवन छोटी-बड़ी घटनाओं से भरा रहता है. हमारा सामाजिक स्तर, हमारा घर-परिवार, सब कहीं न कहीं वास्तु से जुड़े होते हैं. वास्तु के कुछ ऐसे उपाय भी हैं जिन्हें आजमाकर आप जीवन में जितनी परेशानियां आ रही हैं, उनसे आराम पा सकते हैं. आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में...
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अपने घर के ईशान कोण यानी उत्तर पूर्वी दिशा में 7 की संख्या में सफेद या फिर पीले रंग का क्रिस्टल रखें. इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी यानी सकारात्मक उर्जा बढ़ेगी और धन लाभ बढ़ेगा.
यदि आप अपने ग्रहों को अनुकूल बनाना चाहते हैं और बृहस्पति का शुभ प्रभाव लाना चाहते हैं, तो घर के पोछे में एक चुटकी हल्दी जरूर मिलाएं. इससे घर में बृहस्पति का उच्च प्रभाव रहेगा.
घर पर नकारात्मक ऊर्जा बढ़ रही है और आपको ऐसा लग रहा है कि घर में तरक्की का माहौल कम है तो घर में प्लास्टिक यानी कि नकली पौधे हटाएं. इससे परेशानियां बढ़ती हैं.
गुरुवार के दिन घर की उत्तर दिशा में गुलाबी कमल रखने से धन में वृद्धि होती है. गुलाबी फूल रखने से पहले आप मां लक्ष्मी का ध्यान जरूर करें.
यदि आप मदद चाहते हैं और आपको ऐसा लग रहा है कि धन लाभ के आपके रास्ते बंद हो रहे हैं तो अपने घर के उत्तर-पश्चिम दिशा में धन के कागजात यानी कि किसी लोन से जुड़े हुए कागजात रखें. इसमें बहुत जल्द ही आपको गति महसूस होगी.
अपने सोने वाले कक्ष यानी बेडरूम में जल रखना वर्जित है. किसी भी बड़े जलाशय या फिर फिश एक्वेरियम या वाटर टैंक रखने से ऐसे व्यक्ति के जीवन में कर्ज बढ़ते हैं और वो हमेशा उधार में फंसा रहता है.
अपने घर की तिजोरी में कभी भी परफ्यूम न रखें. इससे बहुत ज्यादा नुकसान होता है.
घर की दक्षिणी दीवार पर मंदिर है तो ऐसे में आप जीवन में बहुत बड़े संघर्ष महसूस करेंगे. ऐसे में कभी-कभी व्यक्ति दिवालिया भी हो जाता है. मंदिर को हमेशा ईशान कोण में ही स्थापित करें.
श्रुति द्विवेदी