समुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र में इंसान के अंग फड़कने को शुभ और अशुभ संकेतों से जोड़ा गया है. कई घरों में आंखों का फड़कना बहुत ही अशुभ माना जाता है. ऐसा कहते हैं कि जब इंसान की आंख फड़कती है तो कुछ बुरा या अपशकुन होने वाला होता है. कुछ जगहों पर पुरुषों के बाएं और महिलाओं का दाएं अंग का फड़कना अशुभ समझा जाता है.
इस विषय में ज्योतिषाचार्य शैलेंद्र पांडेय कहते हैं कि महिलाओं का बायां अंग और पुरुषों का दायां अंग फड़कना शुभ होता है. लक्षण विज्ञान के अनुसार, ये कोई शुभ सूचना मिलने का संकेत होता है. ऐसा होने पर लाभ मिलने की संभावना बन जाती है. आइए अब आपको बताते हैं कि इंसान के शरीर के अंगों का फड़कना कब अशुभ समझा जाता है.
महिलाएं इग्नोर ना करें ये बातें
समुद्रिक शास्त्र के अनुसार, महिलाओं की दाईं आंख का लगातार फड़कना लंबी बीमारी का संकेत होता है. वहीं, महिलाओं की नाभि का फड़कना किसी बड़े नुकसान की ओर इशारा करता है. अगर फड़कन कमर पे दाईं तरफ महसूस हो तो ये किसी बड़ी समस्या के आने का संकेत है.
इसके अलावा, जब महिलाओं की दाईं कोहनी फड़कती है तो ये किसी के साथ झगड़ा या विवाद बढ़ने का संकेत देती है. पार्टनर के साथ आपका झगड़ा हो सकता है या ऑफिस में सहकर्मियों के साथ रिश्ते बिगड़ सकते हैं. इसलिए जब भी किसी महिला का दांया अंग फड़कने लगे तो उन्हें विशेष रूप से सावधानी बरतनी चाहिए.
पुरुषों को कब रहना चाहिए सतर्क?
समुद्र शास्त्र में पुरुषों के दोनों कंधों का फड़कना अशुभ बताया गया है. यह तनाव, झगड़ा, विवाद या कलह का संकेता होता है. जब किसी व्यक्ति की गर्दन बाईं ओर फड़कती है तो यह रुपए-पैसे की बर्बादी का संकेत होता है. इसी तरह हथेली पर हलचल, इंसान के मुसीबत में पड़ने की ओर इशारा करती है.
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