Neem Karoli Baba: नीम करोली बाबा आधुनिक भारत के ऐसे महान संत थे, जिनकी शिक्षाएं आज भी लाखों लोगों के जीवन को दिशा दे रही हैं. वे चमत्कारों से अधिक प्रेम, सेवा, करुणा और सरल जीवन पर विश्वास करते थे. बाबा का मानना था कि सच्ची साधना मानवता की सेवा में है. उनके अनुयायियों में आम श्रद्धालुओं से लेकर स्टीव जॉब्स, मार्क जुकरबर्ग जैसे विश्वप्रसिद्ध नाम भी शामिल रहे हैं, जो उनकी सादगी और गहराई से प्रभावित थे.
नीम करोली बाबा कहते थे कि जीवन में सफलता केवल कड़ी मेहनत से नहीं मिलती. व्यक्ति के संस्कार, उसकी सोच और रोजमर्रा की आदतें भी उतनी ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. उनके अनुसार, कुछ ऐसी गलतियां होती हैं, जो धीरे-धीरे इंसान की प्रगति को रोक देती हैं. यदि समय रहते इनसे बचा जाए, तो जीवन का मार्ग सरल और सुखद बन सकता है.
बुजुर्गों और महिलाओं का सम्मान
नीम करोली बाबा का कहना था कि जिस घर में प्रेम और सम्मान होता है, वहीं खुशहाली आती है. बुजुर्गों के पास जीवन का अनुभव होता है, इसलिए उनका आदर करना हमारा फर्ज है. इससे घर में सकारात्मक माहौल बनता है. इसी तरह, महिलाओं के प्रति सम्मान और अपनापन परिवार को मजबूत बनाता है. जो लोग इन बातों को नजरअंदाज करते हैं, उनके जीवन में धीरे-धीरे तनाव और अशांति बढ़ने लगती है.
समय को हल्के में ना लेना
बाबा समय की क़ीमत समझने पर जोर देते थे. उनका मानना था कि जो लोग काम को टालते रहते हैं, वे अपनी पूरी क्षमता का सही इस्तेमाल नहीं कर पाते. छोटे काम भी समय पर करने से आदत बनती है और यही आदत आगे चलकर सफलता का रास्ता खोलती है.
बुरी आदतें
नशा, झूठ, धोखा, जुआ और चोरी जैसी आदतें मन की शांति छीन लेती हैं. ये आत्मविश्वास को कम करती हैं और रिश्तों में दूरी पैदा करती हैं. बाबा की सीख थी कि अच्छी संगत रखें और बुरी आदतों से दूर रहें. बदलाव धीरे-धीरे आता है, लेकिन सही शुरुआत जरूरी है.
धन का सही इस्तेमाल जरूरी है
धन मेहनत से कमाया जाता है, इसलिए उसका सम्मान करना चाहिए. बेवजह खर्च करना या दिखावे में पैसा उड़ाना परेशानी बढ़ा सकता है. बाबा सिखाते थे कि सोच-समझकर खर्च करना और बचत करना ही सच्ची समृद्धि लाता है.
लालच से दूर रहना
लालच इंसान को कभी संतुष्ट नहीं होने देता. इसकी वजह से व्यक्ति मेहनत की बजाय गलत शॉर्टकट ढूंढने लगता है, जो आगे चलकर नुकसान देते हैं.
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