Margashirsha Purnima 2025: मार्गशीर्ष पूर्णिमा 4 दिसंबर को मनाई जाएगी. इसके बाद पौष का महीना शुरू हो जाएगा. ज्योतिषविद कहते हैं कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान के बाद दान-धर्म के कार्य करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. इस वर्ष यह तिथि और भी खास रहने वाली है, क्योंकि इस दिन रवि योग का निर्माण भी होने वाला है. एक और खास बात ये कि यह साल की आखिरी पूर्णिमा भी है. ज्योतिषविदों का कहना है कि साल की इस आखिरी पूर्णिमा के ब्रह्म मुहूर्त में मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करने वालों के धनधान्य में वृद्धि होगी.
कितने बजे रहेगा ब्रह्म मुहूर्त?
हिंदू पंचांग के अनुसार, 4 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन सुबह 4 बजकर 19 मिनट से लेकर सुबह 4 बजकर 58 मिनट तक ब्रह्म मुहूर्त रहेगा. यानी इस दिन करीब 39 मिनट का ब्रह्म मुहूर्त रहने वाला है. शास्त्रों में इस अबूझ घड़ी का विशेष महत्व बताया गया है. कहते हैं कि इस शुभ मुहूर्त में देवी लक्ष्मी की पूजा और दान-धर्म आदि के कार्यों से बड़ा लाभ मिल सकता है. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में मां लक्ष्मी के पांच दिव्य मंत्रों का जाप आपकी आर्थिक स्थिति को संवार सकता है.
मां लक्ष्मी के मंत्र
कमला मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः॥
अष्ट लक्ष्मी मंत्र: ॐ आदिलक्ष्म्यै नमः ॐ धनलक्ष्म्यै नमः
धन प्राप्ति मंत्र: ॐ ह्रीं श्री क्रीं क्लीं श्री लक्ष्मी मम गृहे धन पूरये, धन पूरये, चिंताएं दूरये-दूरये स्वाहा:
महालक्ष्मी मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः॥
वैभव लक्ष्मी मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्री सिद्ध लक्ष्म्यै नमः
मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर रवि योग भी रहेगा. 4 दिसंबर को रवि योग सुबह 6 बजकर 59 मिनट से लेकर दोपहर 2 बजकर 54 मिनट तक रहने वाला है. इस शुभ योग में दान-धर्म के कार्य करने वालों को बहुत लाभ मिलेगा. ज्योतिषविदों का कहना है कि इस शुभ मुहूर्त में आप गरीबों को गुड़, तिल, घी, कम्बल, खाने की चीजों का दान कर सकते हैं. इसके अलावा आप समार्थ्य के अनुसार धन का दान भी कर सकते हैं.
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