देश में मिलावटी और जहरीली दवाओं से बच्चों की मौत का मामला सामने आया है, लेकिन नकली दवाइयों से लाखों लोगों की जान जा रही है. अकेले राजस्थान में एक साल के भीतर एंटीबायोटिक, कार्डियक, पेन किलर, एसिडिटी और एंटी-एलर्जिक दवाओं के सैंपल फेल हुए. जांच रिपोर्ट आने से पहले ही लाखों की संख्या में ये दवाएं आम लोगों तक पहुंच चुकी थीं. मेड्रिच लिमिटेड की 1 लाख से अधिक दवाएं, थेरेपी की 35,000 दवाएं और एरिस्टोफार्मास्युटिकल प्राइवेट लिमिटेड की 15,000 दवाएं बिक चुकी थीं.