उदयपुर रेलवे ब्रिज ब्लास्ट में टेरर एंगल, सुपर पावर 90 डेटोनेटर का हुआ था इस्तेमाल

आजतक को मिली FIR की एक्सक्लूसिव कॉपी के अनुसार शनिवार शाम को सात-सवा सात बजे ओढ़ा गांव के लोगों को एक जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी.

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उदयपुर में ब्लास्ट साइट पर पुलिस की टीम (फोटो- आजतक) उदयपुर में ब्लास्ट साइट पर पुलिस की टीम (फोटो- आजतक)

जयकिशन शर्मा

  • उदयपुर,
  • 14 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 9:55 AM IST

राजस्थान में उदयपुर अहमदाबाद रेलवे ट्रैक पर किया गया विस्फोट आतंकी कार्रवाई (Act of terror) थी. राजस्थान पुलिस ने अपने FIR में इसका खुलासा किया है. इस मामले में राजस्थान पुलिस ने आतंकी साजिश रचने से जुड़ी धाराएं  FIR में दर्ज की है. राजस्थान पुलिस ने अपनी प्राथमिक जांच में पाया है कि उदयपुर अहमदाबाद रेलवे ट्रैक पर हुआ धमाका आतंकी हमला है. इस हमले के बाद पटरी टूट गई थी. अगर इस टूटी हुई पटरी से होकर ट्रेन गुजरती तो बड़ा हादसा हो सकता था. 

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इस पटरी से होकर अहमदाबाद उदयपुर असरवा ट्रेन नंबर 19703 और 19704 रोजाना गुजरती है.  बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मात्र 14 दिन पहले ही इस लाइन का उदघाटन किया था. पुलिस के अनुसार इस ब्लास्ट का मकसद लोगों में खौफ पैदा करना था. 

घटनास्थल पर जांच करती पुलिस (फोटो-आजतक)

ये घटना उदयपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर सलंबूर रोड़ पर पर बने ओढ़ा रेलवे पु​ल की है. आजतक के पास मिल FIR की एक्सक्लूसिव कॉपी के अनुसार शनिवार शाम को सात-सवा सात बजे ओढ़ा गांव के लोगों को एक जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी. रात को हुए धमाके की आवाज सुनकर ग्रामीण हैरत में पड़ गए. इसके बाद जब लोगों का एक गुट वहां पहुंचा तो टूटी रेल की पटरियां, विस्फोटक और स्टील के टुकड़े को देखकर हैरान रह गए. 

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पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ UAPA की धाराओं का इस्तेमाल किया है (फोटो- आजतक)

राजस्थान पुलिस ने FIR में बम विस्फोट शब्द का प्रयोग किया है और कहा है कि इस धमाके का उद्देश्य लोगों में खौफ पैदा कर देश की सुरक्षा को खतरे में डालना था. इस मामले में राजस्थान पुलिस ने UAPA (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत केस दर्ज किया है. इस कानून की धारा 16 (Punishment for terrorist act) और धारा 18 (committing or intending terrorist act) के तहत अज्ञात आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके अलावा विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, और आईपीसी की धारा 150, 151 और 285 के तहत केस दर्ज किया गया है. 

ट्विन टावर ढहाने के लिए इस्तेमाल हुए विस्फोटक का प्रयोग

बता दें कि इस धमाके के अंजाम देने के लिए सुपर पावर 90 डेटोनेटर्स का इस्तेमाल किया गया है. ये एक खतरनाक विस्फोटक है. नोएडा में 28 अगस्त को सुपरटेक कंपनी के ट्वीन टावर्स को गिराने के लिए इन्ही विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था. 

घटनास्थल पर मिला सुपरपावर 90 डेटोनेटर (फोटो-आजतक)

NIA, ATS की टीम घटनास्थल पर

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ये घटना उदयपुर से 35 किलोमीटर दूरी पर हुई है. घटनास्थल पर NIA टीम, एटीएस, रेलवे आरपीएफ और स्थानीय पुलिस मौजूद है. उन्होंने कहा कि जिस किसी ने भी इस घटना को अंजाम दिया है उसे सख्त सजा दी जाएगी. रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे की एक टीम इस रूट पर यातायात को शुरू करने में लगी है.   

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