राजस्थान के अलवर जिले में सनराइज यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री का मामला फिर सुर्खियों में है. एमआईए थाना पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे कंप्यूटर ऑपरेटर सचिन कुमार यादव को गिरफ्तार कर लिया है. सचिन को अलवर न्यायालय में पेश किया गया.
सचिन ने मीडिया के सामने कहा कि वह बेगुनाह है और विश्वविद्यालय प्रबंधन इस काम में लिप्त है. साथ ही उसने बताया कि उसे गलत तरीके से फंसाया गया है. जांच में सामने आया कि सचिन केवल 12वीं पास है, लेकिन उसे कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन का पद दिया गया था.
फरार चल रहे कंप्यूटर ऑपरेटर सचिन कुमार यादव गिरफ्तार
यह मामला साल 2022 में शुरू हुआ था, जब एनईबी थाना पुलिस ने एक गाड़ी से फर्जी डिग्रियों के साथ कुछ लोगों को पकड़ा. जांच के दौरान पुलिस ने छह से सात लोगों को गिरफ्तार किया और हजारों फर्जी डिग्रियां बरामद कीं. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने कंप्यूटर ऑपरेटर सचिन यादव पर आरोप लगाते हुए 2 फरवरी 2022 को एमआईए थाने में एफआईआर दर्ज करवाई.
यूनिवर्सिटी के मालिक जितेंद्र यादव को पहले गिरफ्तार किया किया था
इससे पहले एसओजी ने यूनिवर्सिटी के मालिक जितेंद्र यादव को भी फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जितेंद्र यादव की चूरू में भी एक यूनिवर्सिटी है, जहां से फर्जी डिग्रियों का खेल चलता था. पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और इसमें कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. यह नेटवर्क उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड सहित कई राज्यों में फैला हुआ है.
हिमांशु शर्मा