राजस्थान में थप्पड़कांड से सुर्खियों में आए निलंबित एसडीएम छोटू लाल शर्मा की जिंदगी का अब एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. पहली पत्नी पूनम शर्मा ने मीडिया के सामने आकर कई राज खोले हैं.पूनम ने भावुक लहजे में कहा कि आज भले ही उसने दूसरी दुनिया बसा ली हो, लेकिन मैं आज भी उसके नाम का सिंदूर लगाती हूं. मैं उसकी पहली पत्नी हूं और हमारे दो बच्चे हैं.
शुरुआत गरीबी से, सपनों की डोर साथ थी
पूनम शर्मा बताती हैं कि उनकी शादी 2008 में छोटू लाल शर्मा से हुई थी. उस वक्त घर की हालत बेहद कमजोर थी. छोटू लाल संघर्ष के दिनों में मेहनत कर रहे थे और पूनम ने पूरे समर्पण से उनका साथ दिया. हम दोनों ने एक ही सपना देखा था कि वो कुछ बड़ा बने और परिवार का नाम रोशन करे. मैंने अपने गहने तक बेचकर उसकी पढ़ाई में मदद की. गरीबों के राहत कार्यों में जो कुछ भी आता था, उसे हम दोनों मिलकर परिवार और पढ़ाई में लगाते थे. पूनम की आंखों में आंसू छलक उठे जब उन्होंने बताया कि हमारे दो बच्चे हुए. घर में खुशियां आईं, लेकिन छोटू लाल का स्वभाव तब भी गुस्सैल था. छोटी-छोटी बात पर हाथ उठा देता था. मैंने सब सहा, क्योंकि मुझे विश्वास था कि एक दिन वह बदल जाएगा.
अफसर बनने के बाद बदल गया रवैया
2018 में जब छोटू लाल शर्मा का चयन राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) में हुआ और वो SDM बने, तो पूनम को लगा अब जिंदगी सुधर जाएगी. लेकिन किस्मत ने कुछ और ही लिखा था. पूनम ने कहा कि अफसर बनते ही उसका लहजा बदल गया. अब उसमें वो इंसान नहीं रहा जो कभी मेरे साथ साइकिल पर सपने देखता था. उसने कहना शुरू कर दिया कि तुम अब बूढ़ी हो गई हो, तुम मुझे शोभा नहीं देती. धीरे-धीरे घर में झगड़े बढ़ने लगे. पूनम के मुताबिक, छोटू लाल दूसरी औरतों के संपर्क में आने लगा. मैंने कई बार समझाया, लेकिन वह अब खुद को कानून से ऊपर समझने लगा था. कहता था – मैं SDM हूं, जो चाहूं कर सकता हूं.
कोरोना काल में रची नई चाल
पूनम के मुताबिक, साल 2020 में जब कोरोना महामारी के कारण स्कूल बंद हुए तो छोटू लाल ने कहा कि पिलानी में अच्छे स्कूल हैं, वहाँ ऑनलाइन पढ़ाई भी चल रही है. बच्चों को वहां एडमिशन करवा दो, मैं भी वही कमरा दिलवा दूंगा. पूनम ने उसकी बात मान ली. वह बच्चों को लेकर पिलानी चली गई. लेकिन कुछ ही महीनों में छोटू लाल ने आना-जाना बंद कर दिया. शुरू में वह स्कूल की फीस ऑनलाइन भेजता था, लेकिन बाद में पूरी तरह संपर्क तोड़ लिया. जब भी बात करने की कोशिश करती, कहता मैं मीटिंग में हूं, परेशान मत करो.
जाली सिग्नेचर से तलाक
पूनम के मुताबिक, अचानक एक दिन डाक से कुछ कागज आए. खोलकर देखा तो तलाक के पेपर थे. उन पर मेरे नकली सिग्नेचर थे. मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई. जिस आदमी के लिए मैंने सब कुछ छोड़ा, उसने मुझे ही धोखा दे दिया. पूनम ने मामले की शिकायत की और जोधपुर हाईकोर्ट में मुकदमा दायर कर दिया. वह कहती हैं कि मैंने कोर्ट को बताया कि मैं उसकी पहली पत्नी हूं और उसने मुझे धोखे से तलाक देने की कोशिश की. आज भी कानूनी रूप से मैं उसकी पत्नी हूं. मैं आज भी उसके नाम का सिंदूर लगाती हूं.
ये तो मेले में झूले वाले को भी मार देता था
पूनम के मुताबिक, छोटू लाल का गुस्सा उसके अफसरी रुतबे से कहीं ज्यादा बड़ा हो गया था. वो कहता था मैं SDM हूं, जो चाहूं करूं. एक बार मेले में झूले वाले को सिर्फ इसलिए थप्पड़ मार दिया क्योंकि उसने झूला रोकने में एक मिनट लगा दिया था. ऐसा आदमी किसी को नहीं छोड़ता.
SDM की सफाई : वीडियो एडिटेड है, हमारे साथ अन्याय हुआ
छोटू लाल शर्मा ने कहा कि मेरे बड़े भाई की मृत्यु हो गई थी, उसके बाद यह पहला त्यौहार था, इसलिए मैं घर जा रहा था. रास्ते में फ्यूल खत्म हो गया, तो पेट्रोल पंप पर रुका. वहां के कर्मचारी ने मेरी पत्नी से अभद्रता की और हमारी गाड़ी छोड़कर दूसरी गाड़ी में गैस भरने लगा. मैंने इसका विरोध किया. जो वीडियो वायरल हो रहा है, वो एडिट किया गया है और मेरे खिलाफ माहौल बनाया जा रहा है. हमारे साथ अन्याय हुआ है.
शरत कुमार