आधार की फोटोकॉपी, पासपोर्ट साइज फोटो और सुसाइड नोट... बलात्कार के आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए रची झूठी कहानी

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के एक व्यक्ति, रामलाल, को बलात्कार के मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी ही खुदकुशी की झूठी कहानी रचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. रामलाल ने अजमेर में एक पुल पर अपनी मोटरसाइकिल, पहचान पत्र और एक सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसके बाद पुलिस और SDRF ने तीन दिनों तक नदी में उसकी तलाश की. हालांकि, कोई शव नहीं मिला. दस्तावेजों की जाँच से पता चला कि वह भीलवाड़ा में बलात्कार का आरोपी है. संदेह होने पर पुलिस ने उसकी तलाश की और 6 दिसंबर को अजमेर रेलवे स्टेशन से उसे गिरफ्तार कर लिया.

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आरोपी को रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया. (Photo: Representational) आरोपी को रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया. (Photo: Representational)

aajtak.in

  • भीलवाड़ा,
  • 07 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 11:25 PM IST

राजस्थान पुलिस ने एक चौंकाने वाले मामले का खुलासा किया है, जहां बलात्कार के एक आरोपी ने पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी खुदकुशी का झूठा नाटक किया. भीलवाड़ा जिले के रहने वाले रामलाल को शनिवार को अजमेर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया.

पुल पर मिले थे सुसाइड नोट और पहचान पत्र
मामला तब सामने आया जब पुलिस को सूचना मिली कि एक युवक ने अजमेर में एक पुल से नदी में छलांग लगा दी है. पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची, लेकिन जांच में पता चला कि यह खबर झूठी थी. पुलिस को घटनास्थल से रामलाल की एक मोटरसाइकिल, आधार कार्ड की फोटोकॉपियां, एक पासपोर्ट साइज फोटो और सबसे महत्वपूर्ण, एक सुसाइड नोट मिला.

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सूचना के बाद, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमों ने अगले तीन दिनों तक नदी में रामलाल के शव की तलाश की. हालांकि, तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें कोई शव नहीं मिला.

दस्तावेजों की जांच से उठा पर्दा
पुलिस ने घटनास्थल से मिले दस्तावेजों के आधार पर रामलाल के बारे में सत्यापन शुरू किया. इस जांच के दौरान, पुलिस को पता चला कि रामलाल वास्तव में भीलवाड़ा के जाहाज़पुर पुलिस स्टेशन में दर्ज एक बलात्कार मामले में मुख्य आरोपी था और पुलिस उसकी तलाश कर रही थी.

इस जानकारी ने पुलिस का शक पुख्ता कर दिया कि रामलाल ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी खुदकुशी की झूठी कहानी रची है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह संदेह गहरा गया कि यह पूरा घटनाक्रम कार्रवाई से बचने का एक सोचा-समझा प्लान था.

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रेलवे स्टेशन पर पकड़ा गया आरोपी
पुलिस ने तुरंत रामलाल का पता लगाना शुरू कर दिया. कड़ी मशक्कत के बाद, 6 दिसंबर को पुलिस ने उसे अजमेर रेलवे स्टेशन पर पकड़ लिया. रामलाल ट्रेन में सवार होने की तैयारी में था, जब पुलिस ने उसे धर दबोचा.

गिरफ्तारी के बाद, आरोपी रामलाल को आगे की पूछताछ और कानूनी कार्रवाई के लिए भीलवाड़ा पुलिस को सौंप दिया गया है. इस झूठे नाटक ने पुलिस और SDRF का काफी समय और संसाधन बर्बाद किया, लेकिन आखिरकार सच्चाई सामने आ गई.

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